धार। एक आरोपी के भाई से परिवार के अन्य सदस्यों का नाम FIR में नहीं डालने के नाम पर 20 हजार रु. की रिश्वत (bribe) की मांग करने वाले टांडा थाना प्रभारी सुभाष सुल्या (SI Subhash Sulya) गुरुवार शाम 4 बजे इंदौर लोकायुक्त की टीम ने 5 हजार रु. की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा।
लोकायुक्त डीएसपी एसएस यादव ने बताया आरोपी रितु (Ritu) के भाई प्रेमसिंह (Prem Singh) पिता किशन डावर निवासी पिपल दलिया थाना टांडा ने बुधवार को लोकायुक्त इंदौर में शिकायत की थी कि थाना प्रभारी सुल्या (TI Subhash Sulya) उक्त मामले में 20 हजार रु. की रिश्वत मांग रहे है। और 17 हजार रु. में सौदा तय हुआ है। इस पर टीम गठित की गई। गुरुवार को थाना परिसर में बने रूम पर आवेदक डावर पांच हजार रु. लेकर थाना प्रभारी को देने गया। इस पर टीम ने तत्काल छापा मारा और सुल्या को रंगेहाथ पकड़ लिया।
यादव ने बताया डावर 12 हजार रु. पूर्व में दे चुका था। 7 हजार रु. देने के लिए थाना प्रभारी सुल्या ने बुलाया था लेकिन डावर 5 हजार रु. ही जुगाड़ पाया था। सुल्या पांच हजार रु. में भी मान गए। कार्रवाई में लोकायुक्त डीएसपी एसएस यादव, इंस्पेक्टर राजकुमार सराफा, आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक रामेश्वर निगवाल, आरक्षक कमलेश परिहार आदि मौजूद थे। गौरतलब है कि एसपी आदित्य प्रतापसिंह ने करीब चार माह पूर्व ही एसआई सुल्या को टांडा थाने का प्रभार दिया था। सुल्या के प्रभारी रहते कुछ दिनों पूर्व ही नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपी पुलिस हिरासत से भाग गया था। उस समय भी सुल्या अपने इसी रूम में थे। जहां उन्हें रिश्वत लेते पकड़ा गया है।