भोपाल। पन्ना जिले के अमानगंज थाने में थाना प्रभारी एवं सब इंस्पेक्टर सुनीता जाटव की अभिरक्षा में भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं ब्राह्मण समाज के संभागीय अध्यक्ष केके पांडे की संदिग्ध मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि उन्होंने थाने में पूछताछ के दौरान जहर खा लिया। जबकि मृतक नेता की पत्नी का कहना है कि एक महिला बार-बार झूठी शिकायतें करती थी, और सब इंस्पेक्टर सुनीता जाटव बदनामी एवं जेल का डर दिखाकर पैसे वसूल रही थी।
थाना प्रभारी सुनीता जाटव का बयान
थाना प्रभारी सुनीता जाटव ने पांडेय को बताया कि उनके ऊपर एक महिला ने दुराचार करने के आरोप लगाए गए हैं। जाटव ने पांडेय से यह भी कहा कि आपको जेल जाना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि केके पांडे ब्राह्मण समाज के संभागीय अध्यक्ष भी थे। पुलिस का कहना है कि अपनी बदनामी होते देख उन्होंने पहले से जेब में रखीं सल्फास की गोलियां निकाली और थाने में ही उन गोलियों को गटक लिया। हालत गंभीर होने पर पुलिस आनन-फानन में उन्हें पन्ना जिला अस्पताल ले गई। वहां से उन्हें रीवा मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। बीच रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
भाजपा एवं ब्राह्मण समाज के नेता की पत्नी का बयान
पांडेय की पत्नी ने आरोप लगाया है कि एक महिला पांडेय को काफी दिनों से परेशान कर रही थी। वह समय-समय पर पुलिस में झूठी शिकायत भी दर्ज करा देती थी। गुरुवार को उसने अपनी छोटी बहन से उनके ऊपर दुराचार करने का आरोप लगवाते हुए थाने में शिकायत दर्ज करा दी। उसी से आहत होकर पांडेय ने यह कदम उठाया।
पुलिस बार-बार थाने बुलाती थी, पैसे वसूल रही थी
पांडे की पत्नी का यह भी आरोप है कि पुलिस सब-इंस्पेक्टर पैसों के लालच में पांडेय को बार-बार पूछताछ के लिए थाने बुलाती थी जिससे पांडेय बहुत परेशान और दुखी थे। पन्ना जिला अस्पताल में बीजेपी नेता केके पांडेया के मजिस्ट्रेरियल बयान नायब तहसीलदार अंकिता तिवारी ने दर्ज किए है लेकिन उसे अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है।