भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने गुरुवार को मंत्रालय में महाकालेश्वर मंदिर परिसर की 300 करोड़ की विकास योजना के बाद ओंकारेश्वर मंदिर की 156 करोड़ की विकास योजना को मंजूरी दी। मुख्यमंत्री ने मंदिर संचालन के लिए एक्ट बनाने को भी कहा है। यह निर्णय ओंकारेश्वर के विकास के संबंध में तैयार योजना की समीक्षा बैठक में लिया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को यह गौरव हासिल है जहां 12 ज्योतिर्लिंग में से दो ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश में हैं। महाकाल के बाद दूसरा ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर में है। यह स्थल विश्व पर्यटन केन्द्र के रूप में स्थापित हो यह हमारा लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने ओंकारेश्वर विकास योजना को पूरा करने के लिए समय निर्धारित करने को कहा । हर विकास कार्य पूरा करने की तारीख तय हो। मुख्यमंत्री ने मंदिर एक्ट भी शीघ्र तैयार करने को कहा उन्होंने कहा कि हमारी मंशा है कि अगले शीतकालीन सत्र में यह एक्ट पेश किया जा सके। मुख्यमंत्री ने योजना के शिलान्यास के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी बनाने के निर्देश दिए। यह कमेटी विकास कार्य की प्रगति पर निगरानी रखेगी।
ओंकारेश्वर विकास योजना
इसमें ओंकारेश्वर के प्रवेश द्वार को भव्य बनाना, मंदिर का संरक्षण, प्रसाद काउंटर, मंदिर के चारों और विकास और सौंदर्यीकरण, शॉपिंग काम्प्लेक्स, झूलापुल और विषरंजन कुंड के पास रिटेनिंग वॉल, बहुमंजिला पार्किंग, पहुँच मार्ग परिक्रमा पथ का सौंदर्यीकरण, शेड निर्माण, लेंडस्केपिंग, धार्मिक, पौराणिक गाथा पुस्तकों की लायब्रेरी, ओंकार आइसलैंड का विकास, गौमुख घाट पुनर्निर्माण, भक्त निवास और भोजनशाला, ओल्ड पैलेस, विष्णु मंदिर, ब्रम्हा मंदिर, चंद्रेश्वर मंदिर का जीर्णोद्धार, ई-साइकिल, ई-रिक्शा सुविधा, बोटिंग, आवागमन, बस स्टेंड, पर्यटक सुविधा केन्द्र सहित अन्य विकास कार्य शामिल हैं।