भोपाल। हिमालय से आ रही बर्फीली हवाओं ने पूरे मध्यप्रदेश को अपनी आगोश में ले लिया है। प्रदेशभर में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के 20 शहरों का तापमान 10 डिग्री से नीचे गिर गया है। 3 शहरों में सीवियर कोल्ड डे घोषित किया गया है। 2 शहरों का तापमान 7 डिग्री से नीचे चला गया है। कोहरे का आलम यह है कि सुबह 7:00 बजे तक विजिबिलिटी 100 मीटर नहीं रहती।
ग्वालियर, श्योपुरकलां, शाजापुर में सीवियर कोल्ड डे (अत्यधिक सर्दी) रहने से दिन सबसे ठंडे रहे। उज्जैन, गुना, राजगढ़ और सागर में कोल्ड डे रहा। प्रदेश में दतिया और श्योपुर सबसे ठंडा रहा। वहां रात का तापमान 7.0 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि 24 घंटे में 4 से 20 किमी की रफ्तार से ठंडी हवा चली। हवा का रुख उत्तर- पश्चिमी व उत्तर पूर्वी रहा। इस वजह से पूरे प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है।
ग्वालियर में स्कूलों का समय बदला
उत्तर से आने वाली सर्द हवा से ग्वालियर-चंबल संभाग के कुछ जिले कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गए हैं। दतिया, और श्योपुर का न्यूनतम पारा 7 डिग्री दर्ज हुआ। इससे ग्वालियर और मुरैना में सीवियर कोल्ड-डे (तीव्र ठंडा दिन) रहा। सीजन का यह पहला कोल्ड डे है। इतना ही नहीं सीजन का पहला घना कोहरा भी ग्वालियर में छाया। ठंड के चलते निजी व शासकीय स्कूलों का समय बदला गया है। अब कोई भी स्कूल सुबह 9 बजे से पहले नहीं खुलेगा। मुरैना में सुबह 10.30 बजे से पहले और शाम 4.30 बजे के बाद शासकीय एवं निजी स्कूल नहीं खुलेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों का समय भी बदला गया है।
क्या है सीवियर कोल्ड डे:
मौसम विज्ञानी एके शुक्ला के मुताबिक अधिकतम तापमान यदि सामान्य से 6.5 डिग्री से अधिक कम है तो सीवियर कोल्ड डे की श्रेणी में आता है।
क्यों बढ़ी सर्दी: मौसम विज्ञानी वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक कश्मीर, उत्तराखंड, हिमालय से उत्तरी हवा आ रही है, जिस कारण मैदानी क्षेत्र कड़ाके की ठंड की चपेट में है।