भोपाल। प्रदेश भर के तृतीय वर्ग के शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपनी लंबित मांगों के निराकरण के लिये शासन का ध्यान आकर्षित करने के लिये जिला कलेक्टर कार्यालय पर एकत्र होकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया एवं मुख्य मंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा।
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओ.पी. कटियार एवं महामंत्री लक्ष्मीनारायण शर्मा ने बताया कि प्रदेश भर के लगभग 2.50 लाख अधिकारी एवं कर्मचारी ने अपनी लंबित मांगों के निराकरण न होने से नाराजगी के चलते कलेक्टर कार्यालयों पर अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की और सभायें की । संघ के आव्हान पर किये जा रहे आंदोलन के दूसरे चरण में भोजन अवकाश में प्रदर्शन किया गया ।
प्रदेश से प्राप्त सूचना के अनुसार खण्डवा, उज्जैन, इंदौर, देवास, रतलाम, झाबुआ, रीवा, सतना,शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, सीधी, मुरैना, दतिया, नरसिंहपुर, शाजापुर, विदिशा,गुना, अशोकनगर, सागर, टीकमगढ, पन्ना, सतना, छतरपुर, शहडोल, सहित प्रदेश भर में आंदोलन सफल रहा।
राजधानी भोपाल में सतपुडा भवन के समाने भोजन अवकाश में दोपहर 1.30 बजे बडी संख्या में कर्मचारी एकत्र हुए तथा नारेबाजी कर प्रदर्शन किया एवं मुख्य सचिव को 24 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा।
इन्होने किया सम्बोधित -
कर्मचारियों की एक सभा हुई जिसें कर्मचारी नेता सर्वश्री ओ.पी. कटियार, लक्ष्मीनारायण शर्मा, विजय रघुवंशी, अरविंदभूषण श्रीवास्तव, आलोक तिवारी, मोहन अययर, मो. सलीम खान, एस.एस. रजक, अरूण सक्सेना, सुमित द्विवेदी, महेश साहू, राकेश मिश्रा, फूलेन्द्र बहादुर सिंह, अजब सिंह, गोपाल शर्मा, गोविन्द चौरसिया,टी.सी. वर्मन, आर.पी. कटियार,रमेश चिढार, कोशल प्रसाद, सुनील पाहूजा,जी.एस. रावत आदि ने सम्बोधित किया।
प्रमुख मांगें -
1. केन्द्र के समान मंहगाई भत्ते की 5 प्रतिशत किश्त का जुलाई से नगद भुगतान किया जायें
2. विभिन्न संवर्गो के कर्मचारियों की वेतन विसंगति को दूर किया जाये
3. पदोन्नति पर लगी रोक हटाई जायें।
4. पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जायें।
5. संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जायें
6. शिक्षकों को पदनाम के अनुरूप वेतन दिये जायें
7. केन्द्र के समान गृहभाडा भत्ता,परिवहन भत्ता, अवकाश यात्रा भत्ता दिया जायें
8. 50 20 के तहत अनिवार्य सेवा निवृत्त शिक्षकों को वापस सेवा में लिया जाये।
9. सेवानिवृत्ति आयु 62 वर्ष से बढाकर 65 वर्ष की जायें
10. सहायक शिक्षकों को पदनाम परिवर्तित कर समयमान वेतनमान एवं पदोन्नति वेतनमान दिया जायें तथा तृतीय वेतनमान 4200 के स्थान पर 4600 किया जायें।
11. अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्वीकृत समयमान के अनुसार पदनाम दिया जायें।
आगे क्या :-
यदि कर्मचारियों की मांगों का निराकरण नही किया गया तो आंदोलन के तीसरे चरण में प्रदेश भर के कर्मचारी 17 जनवरी को भोपाल पहुंचकर प्रदेश स्तरीय रैली का आयोजन करेंगे।