नई दिल्ली। महाराष्ट्र पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक ऐसा मामला दर्ज किया है, जिसके बारे में जानकर हर कोई आश्चर्यचकित रह जाता है। सहायक मोटार वाहन निरीक्षक (AMVI) के पद पर मात्र 3 साल पहले नियुक्त हुए एक व्यक्ति के पास से 1.22 करोड़ रुपए की काली कमाई की जानकारी मिली है।
₹2000 की रिश्वत लेते पकड़ा था, जांच की तो 1.22 करोड़ का आसामी निकला
एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि नागपुर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में तैनात मिथुन रामेश्वर डोंगरे पिछले तीन साल से सेवारत था। उसे अप्रैल 2018 में एसीबी ने 2,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए कथित तौर पर पकड़ा था और जांच शुरू की गई थी। जांच में उसके पास 1,22,25,641 रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है, जिसमें एक करोड़ रुपये की सावधि जमा, वाहन, अचल संपत्ति और निवेश शामिल हैं।
मामले की जांच में जुटी टीम
ऐंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारी ने यह भी कहा, 'डोंगरे के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब इस मामले की जांच हर पहलू की से की जा रही है।'