नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है। एकाद अखबार में भी छपी है। यूट्यूब पर कई सारे वीडियो मौजूद है। दावा किया जा रहा है कि 2000 का नोट 31 दिसंबर के बाद प्रचलन में नहीं रहेगा। इसका विमुद्रीकरण कर दिया गया है। लोगों से अपील की जा रही है कि यदि उनके पास 2000 के नोट हैं तो तुरंत बैंक में जाकर जमा करा दें। आइए जानते हैं इस खबर में कितनी सच्चाई है।
पहले भी इस तरह की खबरें वायरल हो चुकी है
व्हाट्सएप और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में तेजी से वायरल हो रही इस खबर के बाद लोगों के जहन में फिर से नोटबंदी का डर बैठने लगा है। हालांकि, सरकार ने इसे लेकर कोई बात नहीं कही है। वहीं 2000 रुपए के नोट को लेकर इस तरह की खबरें पहले भी कईं बार सामने आ चुकी हैं। इसके बावजूद सोशल मीडिया में तेजी से अखबार और टीवी चैनल पर 2000 रुपए के नोट बंद होने की खबर दिखाने वाली तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
टीवी के स्क्रीनशॉट फर्जी है
अब बात करें इन तस्वीरों की सच्चाई की तो आपको बता दें कि इनमें से केवल एक तस्वीर असली है। वो तस्वीर है एक अखबार की क्लिप जिसमें यह बात कही गई है। वहीं जो टीवी चैनल्स की तस्वीरें सोशल मीडिया में शेयर हो रही हैं वो सभी फर्जी हैं। जहां तक अखबार की क्लिप की बात है तो वो क्लिप है तो सही लेकिन उसे पेश गलत तरीके से किया जा रहा है।
न्यूज़ पेपर की की हेडलाइन से कन्फ्यूजन, अखबार ने भी खबर को अफवाह बताया है
अखबार की जो क्लिप सोशल मीडिया में वायरल हो रही है वो असम के एक दैनिक समाचार पत्र दैनिक पूर्वोदय के ई-पेपर की क्लिप है जिसमें 2000 रुपए के नोट बंद होने की खबरों की पड़ताल की गई है। इसमें बताया गया है कि एक मैसेज सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें नोट बंद होने का दावा किया जा रहा है। हमने इंटरनेट पर इस अखबार को खोजा और पाया कि 1 दिसंबर के ई-पेपर में फ्रंट पेज पर जो खबर छपी है वो सोशल मीडिया में वायरल हो रही इस अखबार की तस्वीर का आधा हिस्सा है। यह उस खबर की क्लिप है जिसमें 2000 रुपए के नोट बंद होने की सूचनाओं को गलत बताया गया है। वैसे ही जैसे हम आपको बता रहे हैं कि यह खबर झूठी है।
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय का स्पष्टीकरण
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय ने यह बात हाल ही में साफ कही है कि वो ऐसा कोई कदम नहीं उठाने जा रही है। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने 10 दिसंबर को ही संसद में प्रश्नकाल के दौरान साफ कहा था कि सरकार 2000 रुपए के नोट को बंद नहीं करने जा रही। नोट बंद होने की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
पूरी पड़ताल और वित्त राज्यमंत्री के बयान से यह साफ होता है कि सोशल मीडिया में जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं वो फर्जी हैं और शरारतपूर्ण तरीके से एडिट करके शेयर की जा रही है ताकि लोगों में भ्रम फैले। आप इन तस्वीरों पर यकीन करने से बचें।