जबलपुर। गोराबाजार क्षेत्र में नाले के पास झाडिय़ों में एक 5 साल की बच्ची बेहोशी की हालत में मिलने पर हड़कम्प मच गया। बच्ची खून से सनी हुई थी और उसकी बेरहमी से पिटाई की गई थी। बच्ची की हालत देखकर क्षेत्रीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने विभिन्न संगठनों के लोगों को मामले की जानकारी दे दी। बच्ची के माता-पिता काम पर गए थे और बच्ची घर में अकेली थी। उसे क्षेत्र का ही एक किशोर बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया था।
बच्ची के घर वालों का कहना है कि उनकी बच्ची के साथ रेप भी हुआ है। इधर बच्ची को उसके माता-पिता गोराबाजार थाने ले गए तो वहाँ पर पुलिस ने यह भी नहीं देखा कि बच्ची के साथ क्या हुआ है और उसे एल्गिन अस्पताल की बजाय विक्टोरिया भेज दिया। यहाँ भी ठीक से इलाज न होने का आरोप लगाते हुए धर्म सैनिकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। विक्टोरिया पहुँचते ही धर्मसेना, विहिप आदि संगठनों के योगेश अग्रवाल, प्रशांत सोनी, कोमल सिंह , ऋषि महावर, विकास खरे, विक्की मलिक का कहना था कि बच्ची के साथ हैवानियत की गई है और पुलिस ने इस मामले को दबाने की कोशिश की है। इस मामले में पुलिस को दोषी लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
विक्टोरिया अस्पताल पहुँचे लोगों के हंगामे को देखकर बच्ची को पुलिस ने महिला स्टॉफ को बुलाकर एल्गिन जाँच के लिए भिजवाया। रात साढ़े 11 बजे तक हंगामा जारी था। लोगों का कहना था कि यदि पहले ही बच्ची के मामले में गोरा बाजार पुलिस सतर्कता बरतती तो आरोपी भाग निकलने में सफल नहीं हो पाता।