भोपाल। सरकार की सख्ती के बावजूद दूध में मिलावट (Adulteration of milk) करने वालों के हौसले बुलंद हैं। शनिवार शाम क्राइम ब्रांच की टीम ने ऐसे ही मिलावटखोरों का भंडाफोड़ किया। टीम को सूचना मिली थी कि मुल्ताई से 20 हजार लीटर दूध लेकर भोपाल स्थित सांची दुग्ध संघ के प्लांट (Sanchi Milk Plant) आने वाले एक टैंकर में से कुछ लोग दूध निकालकर उसकी जगह गंदा पानी और यूरिया मिला देते हैं। बाद में यह दूध प्लांट जाता है।
क्राइम ब्रांच टीम ने मिलावटखोरों को रंगेहाथों दबोचने का प्लान बनाया और शनिवार शाम रेलवे क्रॉसिंग के पास सड़क किनारे जंगल में जहां टैंकर (एमपी13-एच-2178) खड़ा था, टीम वहां पहुंच गई। उन्हें देखकर ढाबा संचालक और कुछ अन्य लोग भाग निकले, जबकि टैंकर का ड्राइवर फरहान पकड़ा गया। क्राइम ब्रांच एएसपी निश्चल झारिया ने बताया कि टीम को मौके से 50-50 ली. के 36 कैन और डेढ़ बोरी यूरिया मिला। कैन में टैंकर से दूध भरा जा रहा था। जबकि एक व्यक्ति पास ही टंकी में भरा गंदा पानी टैंकर में भर रहा था। बाद में ड्राइवर ने टैंकर में यूरिया मिलाया।
ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि टैंकर से 1800 ली. दूध चोरी कर उसमें गंदा पानी और यूरिया भर देते थे, ताकि टैंकर में दूध की मात्रा पर्याप्त दिखे। पुलिस ने बताया कि आरटीओ रिकॉर्ड में टैंकर उज्जैन निवासी पूजा पांडे के नाम रजिस्टर्ड है। भोपाल दुग्ध संघ के टैंकरों की लोकेशन पता करने के लिए उनमें जीपीएस सिस्टम लगाए गए हैं। लेकिन इस टैंकर के ड्राइवर और मिलावटखोरों ने टैंकर का जीपीएस सिस्टम निकालकर सड़क किनारे एक पंक्चर की दुकान पर रख दिया था, ताकि टैंकर की लोकेशन होशंगाबाद हाइवे पर मिले। एएसपी झारिया का कहा है कि इस गिरोह से कौन-कौन लोग जुड़े हैं और यह धंधा कब से चल रहा है, इसकी जांच की जाएगी।