भोपाल। भोपाल सहकारी दुग्ध संघ का ब्रांड सांची (यही स्थिति रही तो) जल्दी अपना भरोसा खो देगा। दूध के टैंकरों में यूरिया की मिलावट का मामला उजागर होने और दो अधिकारियों के सस्पेंड हो जाने के बावजूद मिलावटी दूध की आवक थमने का नाम नहीं ले रही है।
बीते रोज एक और टैंकर को रोका गया। इस टैंकर में 8000 लीटर दूध था। सूत्रों का कहना है कि टैंकर में भरे हुए दूध में मिलावट थी। शक्कर, नमक व पानी मिलाया गया है। इसके अलावा एक अन्य टैंकर में भी मिलावट पाई गई। यूरिया की मिलावट नहीं थी इसलिए उसे अंदर ले लिया गया। 8000 लीटर वाला टैंकर पकड़ा गया है, उसके मालिक के 6 अन्य टैंकर भी सांची में चल रहे हैं। क्या सभी में मिलावट हो रही है, इस प्रश्न का जवाब ना पहले कभी था ना आज है। सूत्रों का दावा है कि अभी तक जिन लोगों पर कार्रवाई की है उनके अलावा भी दूध चोरी व मिलावट के कई मास्टर माइंड है जिन तक जांच नहीं पहुंची है। संघ के अधिकारियों को ऐसे लोगों की जानकारी है लेकिन कोई हाथ नहीं डालना चाह रहा है।
निलंबित कर्मचारियों के परिजनों ने दी आत्महत्या की धमकी
उधर मंगलवार को दूध चोरी व मिलावट मामले में संघ के जिन कर्मचारियों को निलंबित किया है। उनके परिजनों ने बुधवार तड़के संघ के अधिकारी, कर्मचारियों को फोन कर मुख्य गेट पर आत्महत्या करने की धमकी थी। इसके बाद सुबह 9 बजे गोविंदपुरा पुलिस हबीबगंज स्थित दुग्ध संघ पहुंच गई थी। पूरे संघ परिसर को घेर लिया था।