कौन सी चक्की का आटा खाते हो..! यह सवाल तो आपने सुना ही होगा लेकिन क्या कभी सुना है कौन सी डेयरी का दूध पीते हो। हम यहां आपको एक बड़ी मजेदार जानकारी बताने वाले हैं और वह यह है कि बॉलीवुड के सबसे चमकदार सितारे अमिताभ बच्चन, क्रिकेट की दुनिया के भगवान सचिन तेंदुलकर, भारत का सबसे अमीर परिवार ' अंबानी परिवार', रितिक रोशन, अक्षय कुमार और ऐसे ही बहुत सारे सफल लोग जो मुंबई में रहते हैं एक ही डेयरी का दूध पीते हैं।
मुंबई के सारे करोड़पतियों के दूध वाले का नाम
जी हां, मुंबई में रहने वाले सारे करोड़पति चाहे वह बॉलीवुड के सितारे हो या कारोबार की दुनिया के शहंशाह। उनके खाने-पीने की पसंद ना पसंद अलग-अलग हो सकती है। उनके आटे की चक्की अलग-अलग हो सकती है। उनके डॉक्टर, सीए और दूसरे सेवा प्रदाता अलग-अलग हो सकते हैं परंतु इन सब का दूध वाला एक ही है। और उस दूध वाले का नाम है देवेंद्र शाह।
"भाग्यलक्ष्मी" डेयरी के दूध का दाम क्या है
देवेंद्र शाह की दूध डेयरी का नाम है भाग्यलक्ष्मी। यह दूध डेयरी पुणे में स्थित है। इस दूध डेयरी में करीब 2000 गाय हैं। यह गायों को पीने के लिए RO का पानी दिया जाता है। इस दूध डेयरी से हर रोज 25000 लीटर दूध निकलता है। दूध निकालने के लिए यहां मशीन का उपयोग किया जाता है। एक बार में 50 गायों का दूध निकाला जाता है। इस प्रक्रिया में मात्र 7 मिनट लगते हैं। देवेंद्र शाह बताते हैं कि इतने सबके बावजूद उनका दूध बहुत महंगा नहीं है। मात्र ₹90 प्रति लीटर।
पराग मिल्क फूड्स के मालिक देवेंद्र शाह के पिता टेक्सटाइल बिजनेस में थे। देवेंद्र का सपना एक वर्ल्ड क्लास डेरी शुरू करना था, जिससे वे अपने गांव मंचार के लोगों की मदद भी कर सकें, उन्हें रोजगार देकर। उन्होंने एक बिजनेस प्लान तैयार किया और पिता को साथ लेकर एक बैंक के पास लोन का प्रपोजल लेकर पहुंच गए। एक इंटरव्यू में शाह ने बताया, "ब्रांच मैनेजर ने मेरे प्लान की काफी तारीफ की। मैंने एक दिन में 20 हजार लीटर दूध प्रॉसेस करने का प्लान बनाया था। मैनेजर लोन देने के लिए तैयार हो गया था, लेकिन एक गारंटर की दरकार थी। मैंने उम्मीद की थी कि मेरे पिताजी गारंटर के तौर पर साइन कर देंगे, लेकिन उन्होंने वहीं इनकार कर दिया। मैनेजर ने गारंटर न होने की वजह से लोन देने से मना कर दिया।"
देवेंद्र शाह की कहानी: पिता ने गारंटर बनने से इंकार कर दिया था
देवेंद्र शाह की कहानी: सालों बाद समझ आया पिता इतने कठोर क्यों हुए थे
लोन पास न हो पाने और पिता के इनकार करने की वजह से देवेंद्र शाह काफी दुखी हुए थे। उस दिन वे बहुत रोए भी थे लेकिन उस वाकये ने उन्हें अपने सपने की ओर पहले से ज्यादा मजबूत कर दिया। शाह ने बताया, "मैंने दोबारा प्लान बनाया। इस बार मैंने प्रॉफिट मार्जिन 18 परसेंट तक बढ़ा दिया था। उस दूसरे प्लान के आधार पर मुझे बैंक ने बिना किसी गारंटर के लोन दे दिया था। कई सालों बाद मुझे समझ आया कि यदि पिताजी तब ही साइन कर देते तो मैं हमेशा के लिए उन पर निर्भर हो जाता।"पराग मिल्क फूड्स लिमिटेड की शुरूआत कैसे हुई, कहानी
इस तरह 1992 में पराग मिल्क फूड्स लिमिटेड की शुरुआत हुई। देवेंद्र शाह की कंपनी गांव के ग्वालों से दूध खरीदकर उसे प्रॉसेस करती थी और चीज, बटर, पनीर, घी जैसे उत्पाद बनाती थी। इसके अधिकतर प्रॉडक्ट्स एक्सपोर्ट किए जाते हैं।भाग्यलक्ष्मी डेरी कैसे शुरू हुई
पराग मिल्क फूड्स बेहतरीन बिजनेस कर रहा था, लेकिन देवेंद्र शाह के मन में लगातार डेरी को बढ़ा बनाने के विचार आते रहे। साल 2005 में उन्होंने भाग्यलक्ष्मी डेरी फार्म की शुरुआत की। यहां पर उन्होंने देसी गाय की जगह स्विट्जरलैंड की होलस्टीन गायों का दूध प्रॉसेस करने का प्लांट लगाया।भाग्यलक्ष्मी डेरी, दूसरों से अलग क्यों है
देवेंद्र शाह बताते हैं, "हमारे फार्म की कहानी 35 एकड़ खेतों से शुरू होती है। फार्म भीमा नदी और भीमेश्वर पर्वत के बीच मंचर में बना है। यह गांव अपनी हरी उपज के लिए पॉपुलर है। यहां इंटरनेशनल टेक्नलॉजी का यूज कर दूध प्रॉसेस किया जाता है, जिसे कन्ज्यूमर से पहले कोई नहीं छूता। डेरी पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेक्शन भी बनाया गया है, जिससे यहां यूज हो रही टेक्नलॉजी को लगातार बेहतर बनाया जा सके।भाग्यलक्ष्मी डेरी में कौन सी प्रजाति की गायें हैं
भाग्यलक्ष्मी डेरी पर 2000 से ज्यादा होलस्टिन फ्रेशियान प्रजाति की गाये हैं। यह ब्रीड स्विट्जरलैंड से मंगवाई गई है। देसी गाय जहां पर प्रतिदिन 10-12 लीटर दूध देती है, वहीं ये गायें काउ कंफर्ट टेक्नलॉजी की वजह से 25-28 लीटर दूध प्रॉड्यूस करती हैं।ऐश्वर्या और करीना सबसे ज्यादा दूध देतीं हैं
शाह बताते हैं, "हम अपनी गायों को सेलेब्रिटी से कम नहीं मानते। हमने उनके नाम बॉलीवुड एक्ट्रेसेस के नाम पर रखे हैं। ऐश्वर्या और करीना नाम की गाय सबसे ज्यादा 50-54 लीटर तक दूध प्रॉड्यूस करती हैं।" हर गाय एक रबर मैट पर आराम करती है, जिसके कारण वो हमेशा बैक्टीरिया फ्री रहती है। उन्हें 24x7 आरओ वॉटर दिया जाता है।भाग्यलक्ष्मी डेरी गायों का चारा क्या होता है
गाय की डाइट भी काफी अलग है। उनकी एज और वेट के आधार पर प्रोटीन, अल्फा-अल्फा और मौसमी सब्जियां दी जाती हैं, जिसे टोटल मील रेशो कहा जाता है। यहां गायों को रिलैक्स करवाने के लिए म्यूजिक भी बजाया जाता है। फार्म का टेम्प्रेचर 26 डिग्री से ज्यादा नहीं जाता। अगर किसी वजह से ऐसा होता है तो तुरंत स्प्रिंकलर्स गायों को ठंडक पहुंचाते हैं।भाग्यलक्ष्मी डेरी का दूध कैसे खरीद सकते हैं
भाग्यलक्ष्मी डेरी फार्म से दूध खरीदना आसान नहीं है। यहां सिर्फ स्पेशल कस्टमर्स को ही दूध सप्लाई किया जाता है। इसका कस्टमर बनने के लिए किसी एग्जिस्टिंग कस्टमर से रिकमंडेशन लेना पड़ता है। अंबानी, बच्चन से अक्षय कुमार और ऋतिक रोशन तक, ये सेलेब्स इस डेरी के कस्टमर्स में शामिल हैं। पराग मिल्क फूड्स का फार्म सिर्फ महाराष्ट्र के मंचर में भाग्यलक्ष्मी नाम से है। डेरी प्रॉडक्ट्स प्रॉडक्शन के दो सेंटर हैं- एक मंचर और दूसरा पालमनेर, आंध्रप्रदेश में।भाग्यलक्ष्मी डेरी का दूध स्वास्थ्यवर्धक क्यों होता है
भाग्यलक्ष्मी डेरी फार्म का दूध Pride of cows के ब्रांड नेम से बिकता है। मिल्किंग प्रोसेस के बाद दूध को इनस्टेंट पॉश्चराइज और होमोजिनाइज करके 4 डिग्री पर पैक किया जाता है। दूध निकालाने का प्रॉसेस पूरी तरह मशीनों से किया जाता है, इसी वजह से दूध मानव हाथ से अछूता रहता है। देवेंद्र शाह के मुताबिक इनकी कंपनी के दूध में मिनिमम बैक्टिरिया होते हैं, क्योंकि दूध बिल्कुल भी हवा के संपर्क में नहीं आता।
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