ग्वालियर। सर्दी की धमाकेदार दस्तक ने सभी को सिहराकर रख दिया है। भले ही न्यूनतम तापमान में कल की अपेक्षा गुरुवार को 2, 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई हो, लेकिन यह सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम ही रहा। वातावरण में घुली ठंडक के कारण बीते 24 घंटे से गलाव जैसी स्थिति बनी हुई है। ठंड गर्म कपड़ों के भीतर प्रवेश कर शरीर को तेज ठंड का अहसास करा रही है। उधर घरों में बंद दरवाजों की संध तक से सर्द हवा प्रवेश कर सर्दी के असर को और बढ़ा रही है।
इसका सबसे अधिक प्रभाव उन लोगों पर दिखाई देर रहा है, जिनके पास रहने को आशियाना नहीं और सडक़ किनारे या फिर खुले आकाश के नीचे पार्क में भरी सर्दी में कांपते हुए रात गुजारने को मजबूर है। शहर के पुटपाथों और किनारों पर रात गुजारने वालों के लिए यह हालात किसी सितम से कम नहीं हैं। उनके पास न तो ओढऩे की व्यवस्था है और न ही बिछाने की, ऐसे में वह रातें कांपते हुए ही काटने को मजबूर हैं। कुछ राहत भले ही आग पर तापकर उन्हें मिल जाती है। उधर रात के वक्त बाहर से आने या जाने वाले रेल और बस यात्रियों को भी इस तरह के हालात परेशान कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर कई घंटों तक रेल का इंतजार करना भी भारी पड़ रहा है।
मौसम विज्ञानिकों का कहना है कि यह आगाज है अभी सर्दी और विकराल रूप दिखायेगी। हिमाचल, जम्मू कश्मीर और उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के चलते अब शहरवासियों को तेज शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। रात से सुबह तक आसमान पर छाए हल्के बादलों के कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि जरूर हुई है। लेकिन यह स्थायी नहीं है।
दिख रहा कोहरे का असर, कई ट्रेनें लेट
दिसंबर माह के पांचवे दिन कोहरे का असर रेल संचालन पर भी देखने को मिला। इसके चलते कई ट्रेनें लेट हुई। ग्वालियर से दिल्ली जाने वाली कई ट्रेनें दो से तीन घंटे की देरी से आई। इंटरसिटी, बरौनी, केरला समेत कई एक्सप्रेस ट्रेनें करीब एक घंटे देरी से आई इसके यात्रियों को खासी परेशानी हुई। जैसे ही भीड़ आई यात्रियों में ट्रेन में चढऩे को लेकर अफरा तफरी देखी गई। जानकारी के अनुसार झांसी-कानपुर पर दोहरीकरण के काम के चलते रेलवे प्रशासन ने 3 दिसंबर से 14 जनवरी 2020 तक निरस्त करने का फैसला लिया है। ट्रेनें अपने निर्धारित समय से लेट चल रही हैं। हालात यह है कि 2 से 3 घंटे नहीं बल्कि 6 से 8 घंटे लेट हो रही ट्रेनों के इंतजार में यात्री प्लेटफार्म पर खड़े हैं। खासतौर पर यूपी-बिहार की ओर से आने वाली ट्रेनों की गति धीमी हो गई है। वहीं डेली अपडाउन करने वाले यात्री परेशान दिखाई दिये।
जानकारी अनुसार इन दिनों ट्रैक मेंटेनेंस के नाम पर रेलवे ने कई जगह लॉक लगा रखा गया। जबलपुर से इटारसी के बीच ही जबलपुर और गाडरवारा के पास लॉक लग रहा है। इतना ही नहीं ट्रैक पर कई जगह कॉसन आर्डर भी लगा रखा है, जिससे ट्रेन की गति धीमी हो गई है। इसकारण कई रेलवे स्टेशनों पर ही कई ट्रेनों को निर्धारित 15 किमी प्रति घंटे से निकाला जा रहा है। इससे पीछे आने वाली ट्रेनों को स्टेशनों पर काफी देर तक खड़ा कर दिया जाता है।
नहीं आ पाता SMS
ट्रेन लेट होने पर यात्री को एसएमएस भेजने की सुविधा है, लेकिन कई बार यह यात्री के मोबाइल पर नहीं आ पाता। दरअसल, कई बार रिजर्वेशन के दौरान यात्री रिजर्वेशन फार्म पर अपना मोबाइल नंबर सही दर्ज नहीं करता, जिससे ट्रेन लेट होने पर उसके मोबाइल पर ट्रेन की सही जानकारी नहीं मिलती।