नई दिल्ली। जिनका सेवाओं के लिए आईसीआईसीआई बैंक को पसंद किया जाता था अब बैंक ने उन्हीं सेवाओं के लिए भारी भरकम चार्ज वसूलना शुरू कर दिया है। बैंक के नए नियमों से खाताधारकों में नाराजगी देखी जा रही है। आईसीआईसीआई बैंक के ज्यादातर खाता धारक किसी दूसरे बैंक में भी अपना खाता संचालित करते हैं। आईसीआईसीआई बैंक के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
ICICI बैंक की वेबसाइट के मुताबिक 15 दिसंबर 2019 से पैसे निकालने और जमा करने दोनों पर चार्ज बढ़ा दिए गए हैं। बैंक की ओर से बचत खाते पर 4 फ्री कैश ट्रांजैक्शन की सुविधा दी जाती है। इस लिमिट के पार जाने पर बैंक खाताधारकों को 150 रुपये का चार्ज देना होगा। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक आईसीआईसीआई बैंक का ग्राहक अपनी होम ब्रांच से कैश निकालता है तो वो एक महीने में 2 लाख रुपये तक कैश निकाल सकता है। इससे अधिक कैश निकालने की स्थिति में हर 1000 रुपये पर 5 रुपये के हिसाब से चार्ज लगेगा। यह चार्ज कम से कम 150 रुपये होगा।
वहीं अगर बैंक का ग्राहक होम ब्रांच की बजाए किसी दूसरे ब्रांच से कैश निकालता है तो सिर्फ 25000 रुपये तक कोई चार्ज नहीं लगेगा। इससे ज्यादा के कैश ट्रांजेक्शन की स्थिति में प्रति 1000 रुपये पर 5 रुपये के हिसाब से चार्ज लगेगा। यहां भी न्यूनतम 150 रुपये चार्ज तय किया गया। हालांकि, थर्ड पार्टी को प्रति दिन 25,000 रुपये की सीमा तक लेनदेन की अनुमति होगी। जबकि प्रति ट्रांजेक्शन 150 रुपये लिया जाएगा।
इसी तरह एटीएम से एक महीने में कैश ट्रांजेक्शन की लिमिट 5 तय की गई है। यानी आप एक महीने में एटीएम मशीन से सिर्फ 5 बार फ्री में कैश ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। इसके बाद प्रति ट्रांजेक्शन 20 रुपये देने होंगे।