इंदौर। बाइक से बेटी को नानी के घर छोड़ने जाते समय सड़क के बीच बंधी रस्सी डॉक्टर के गले में फंस गई। इससे बाइक अनियंत्रित हुई और डॉक्टर जमीन पर जा गिरे। उनका सिर जमीन से टकराते ही मौत हो गई। हादसे में बेटी को मामूली चोट आई है। घटना स्थल से नानी का घर 100 मीटर की दूरी पर था। पिता के सिर से खून निकलता देख बेटी घबरा गई और दौड़कर नाना-नानी को जानकारी दी। मौके पर पहुंचे परिजन डॉक्टर को लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
घटना शुक्रवार दोपहर ढाई बजे की है। डॉक्टर जगदीश (38) पिता सिद्धेश्वर सोनी (Dr. Jagdish (38) Father Siddheshwar Soni) निवासी संगमपुरा चोथमल कॉलोनी आठ साल की बेटी तृशा को गांधीनगर स्थित कल्याण संपत विहार में उसकी नानी के घर छोड़ने जा रहे थे। रास्ते में कॉलोनी के माली ने पौधों में पानी देने के लिए पाइप बिछा रखे थे। कोई पाइप पर गाड़ी न चढ़ा दे, इसलिए माली ने जमीन से पांच फीट ऊपर एक रस्सी बांधकर रास्ता रोक दिया था। जब जगदीश उस रास्ते से बाइक लेकर गुजरे तो रस्सी दिखाई नहीं दी और वह गले में फंस गई। इससे वे अनियंत्रित होकर गिरह गए और सिर जमीन से टकरा गया।
जमीन पर गिरते ही वे बेहोश हो गए। बेटी भी बाइक से गिर गई, लेकिन उसे ज्यादा चोट नहीं लगी। वह तुरंत उठकर नाना-नानी के घर पहुंची और सूचना दी। जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक डॉक्टर की जान जा चुकी थी। साढ़ू विकास सोनी ने बताया कि गांधीनगर मेन रोड पर जगदीश का क्लिनिक है। वे रोजाना यहां बैठते थे। जगदीश की पत्नी भी राजवाड़ा स्थित किसी निजी कंपनी में नौकरी करती है। बेटी घर में अकेली न रहे, इसलिए वे रोजाना उसे नानी के घर छोड़कर जाते और शाम को ले आते थे। शुक्रवार को भी वे दोपहर दो से ढाई बजे के बीच बेटी को छोड़ने जा रहे थे।
विकास ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस को सूचना दी। जगदीश को अस्पताल पहुंचाने के बाद पुलिस को लेकर जब मौके पर पहुंचे तो वहां से पाइप और रस्सी हटा दिए गए थे। हादसे के बाद जहां खून गिरा था, वह भी किसी ने पानी से साफ कर दिया था। पुलिस मामले का पता लगा रही है कि पाइप किसने बिछाया था और रस्सी किसने बंधवाई थी।