इंदौर। शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में फरार होटल संचालक पुलिसवालों से मिलकर फर्जी कंपनियों पर छापे (Raids on fake companies) डलवा देता था। गिरफ्तारी का डर बता उनसे लाखों रुपए ऐंठता था। यह खुलासा उसकी कंपनी के कर्मचारी ने किया है। उसने देवास नाका, बंगाली चौराहा सहित कई क्षेत्रों में संचालित कंपनियों के नाम कबूले हैं।
विजय नगर थाना पुलिस के मुताबिक मुंबई निवासी पुरुषोत्तम चंदू भानुशाली (Purushottam Chandu Bhanushali) से 52 लाख रुपए ठगने के आरोपित विवेक पेशवानी (Vivek Peshwani) की तलाश में गुरुवार दोपहर कई स्थानों पर छापे मारे, लेकिन वह फरार हो गया। विवेक की पीयू-4 में सिल्वोटेल होटल (Silvotel Hotel) भी है। वह करीब 25 फर्जी एडवाइजरी कंपनियां चलाता था। उसके कर्मचारी शुभांकर ने पूछताछ में बताया कि विजय नगर, पीयू-4 क्षेत्र में चलने वाली कई अवैध कंपनियों से विवेक अवैध वसूली भी करता था। वह कंपनी की कमजोरी और शिकायतें बताकर पुलिसवालों को बुला लेता था। फिर उनसे नजदीकी का बहाना बनाकर रुपए ऐंठता था। शुभांकर ने यह भी बताया कि विवेक कई कंपनियां दूसरों के नाम से चलाता और कुछ दिनों बाद बंद कर देता था। उसके कर्मचारी फर्जी सिमों का उपयोग करते थे।
पुलिस ने ऐसी कंपनियों की सूची तैयार की है, जो संगठित गिरोह की तरह ठगी कर रही है। उसमें छत्रपाल लोधी, शशांक मिश्रा, नेहा गुप्ता, आकांक्षा जैन, शनी बंते, रिंकू भाटिया जैसे नाम शामिल हैं। यह भी जानकारी मिली कि कई कंपनियां देवास नाका, बंगाली चौराहा, कनाड़िया रोड, द्वारकापुरी और अन्नापूर्णा क्षेत्र से संचालित होने लगी हैं।