जबलपुर। आय बढ़ाने के लिए रेलवे अब स्टेशनों के पास खाली पड़ी व्यावसायिक और अनुपयोगी जमीन शादी-पार्टी के लिए किराए पर देगा। जबलपुर रेल मंडल सहित सभी 66 रेल मंडलों ने अपनी सीमा में आने वाली ऐसी भूमि चिन्हित कर जानकारी रेलवे बोर्ड को भेज दी है। बोर्ड से गाइडलाइन तय होते ही खाली जमीनों को किराए पर देने का काम शुरू हो जाएगा। इसमें स्टेशन के ऐसे प्लेटफॉर्म को भी शादी-पार्टी के लिए किराए पर दिया जाएगा, जहां दिन में दो से तीन ट्रेन ही आती हैं या फिर इनका उपयोग वीआईपी मूवमेंट के लिए ही किया जाता है।
मालूम हो, रेलवे बोर्ड ने कुछ दिन पूर्व सभी रेल मंडल प्रबंधकों के साथ परिवर्तन बैठक की थी। इसमें अन्य माध्यम से रेलवे की आय बढ़ाने पर सुझाव मांगे थे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण सुझाव व्यावसायिक जमीन को कम से कम समय के लिए किराए पर देने का मिला।अभी तक रेलवे अपनी व्यावसायिक भूमि को पांच साल के लिए लीज पर देने की तैयारी कर रहा था, लेकिन लीज पर देने के नियम सख्त और किराया ज्यादा होने से कई कंपनियां और व्यापारी पीछे हट गए। दरअसल, रेलवे की व्यावसायिक जमीन किराए पर लेने वाले को जमीन के कुल मूल्य का 10 फीसदी सालाना किराया देने का नियम है, जो लाख से करोड़ तक जा रहा है। इसलिए अब रेलवे जमीन को शादी और अन्य आयोजन के लिए तीन से पांच दिन के लिए किराए पर देने की तैयारी कर रहा है।
रेलवे की खाली जमीन का व्यावसायिक उपयोग करने के सुझाव दिए गए हैं। इन सुझाव में कम लागत पर अधिक आय रेलवे को मिले, इसके लिए जमीन को शादी-पार्टी के लिए देने की बात भी सुझाव में रखी है।
-बसंत शर्मा, सीनियर डिप्टी कमर्शियल मैनेजर, जबलपुर रेल मंडल
रेलवे की व्यावसायिक भूमि को शादी-पार्टी के लिए किराए पर देने का सुझाव दिया है। अभी इस पर गाइडलाइन तैयार की जा रही है कि किस नियम के तहत किराए पर भूमि दी जाएगी।
-शोभन चौधुरी, एजीएम, पश्चिम-मध्य रेलवे