जबलपुर। जबलपुर से खजुराहो के बीच मंगलवार से स्पेशल ओवरनाइट एक्सप्रेस चलाने की तैयारी थी। झांसी रेल मंडल ने ट्रेन के समय से लेकर स्टेशन और कोच तक तय कर लिया था। स्पेशल ट्रेन को जबलपुर से 3 दिसंबर और खजुराहो से 2 दिसंबर के दिन रवाना करने की तैयारी भी कर ली और अंतिम सहमति के लिए रेलवे बोर्ड व जबलपुर रेल मंडल को प्रस्ताव भेज दिया। लेकिन जबलपुर रेल मंडल ने इसकी स्वीकृति ही नहीं दी। दरअसल, इस ट्रेन को जबलपुर की बजाय नैनपुर से चलाने की प्रस्ताव है।
लेकिन जबलपुर मंडल का ऑपरेटिंग विभाग इसे श्रीधाम से चलाना चाहता है। उसने इसका प्रस्ताव भी बना लिया। अब यह ट्रेन दोनों ही स्टेशन के बीच उलझ गई है। इस वजह से यह ट्रेन मंगलवार को जबलपुर से चली ही नहीं। जबलपुर रेल मंडल इस ट्रेन को श्रीधाम से इसलिए चलाना चाहता है ताकि इसका मेंटेनेंस श्रीधाम स्टेशन पर किया जा सके। इसके लिए ऑपरेटिंग विभाग से मैकेनिकल विभाग की सहमति मांगी है। यदि विभाग इसके लिए तैयार हो जाता है तो खजुराहो स्पेशल को नैनपुर की बजाए श्रीधाम से चलाया जाएगा। हालांकि अभी मैकेनिकल विभाग इस पर अध्ययन कर यह देख रहा है कि श्रीधाम में इसका मेंटेनेंस किया जाता है तो उसे वहां क्या इंतजाम करने होंगे।
खजुराहो स्पेशल के प्रारंभिक स्टेशन को लेकर मचे बवाल ने जबलपुर के यात्रियों की उलझन बढ़ा दी है। जबलपुर रेल मंडल को नैनपुर से जबलपुर के बीच एक अतिरिक्त ट्रेन चाहिए जिसमें इस ट्रेन की टाइमिंग सही बैठ रही थी, लेकिन ट्रेन का मेंटेनेंस न तो नैनपुर में हो पाएगा न ही जबलपुर में। ऐसे में उसे ऐसे स्टेशन की तलाश है जहां ट्रेन को मेंटेनेंस के साथ यात्री भी मिलें। इसके बाद दूसरा विकल्प तलाश किया गया, जिसमें श्रीधाम सही बैठा। जबलपुर स्टेशन के रिमॉडलिंग वर्क के दौरान कई ट्रेनों का श्रीधाम में मेंटेनेंस किया गया, इसके अच्छे परिणाम सामने आए थे।