जबलपुर। डाक्टर महेन्द्र कुमार तेजा (Dr. Mahendra Kumar Teja) को लोकायुक्त टीम ने उस वक्त पकड़ा है, जब वे फिटनेस प्रमाण पत्र देने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत ले रहा था, लोकायुक्त की टीम ने डाक्टर महेन्द्र कुमार तेजा के सहयोगी को भी पकड़ा है, जिसके माध्यम से डाक्टर तेजा रिश्वत लेता रहा। लोकायुक्त टीम की कार्यवाही के बाद क्षेत्र में हड़कम्प मच गया था।
लोकायुक्त डीएसपी ने बताया कि जिला मंडला में पदस्थ शिक्षक रामकुमार भरतिया पिता श्री इमरत लाल उम्र 35 साल निवासी ग्राम खमरिया विकासखंड मोहगांव को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र चाहिए था। इसके लिए रामकुमार ने जिला अस्पताल में आर्थोपेडिक स्पेशलिस्ट डॉक्टर महेंद्र कुमार तेजा से संपर्क किया, जिन्होने रामकुमार को फिटनेस प्रमाण पत्र देने के बदले 17 हजार 5 सौ रुपए की रिश्वत मांगी। रामकुमार ने पहले तो रुपए देने से मना किया, जिसपर डाक्टर तेजा ने प्रमाण पत्र देने से मना कर दिया।
रामकुमार ने इस बात की शिकायत लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की, इसके बाद उसने डाक्टर तेजा से किश्त में रुपए देने की बात की, डाक्टर महेन्द्र कुमार तेजा तैयार हो गए। आज बुधवार को रिश्वत की पहली किश्त पांच हजार रुपए लेकर रामकुमार भरतरिया दोपहर के वक्त डाक्टर महेन्द्र कुमार तेजा के रोजगार कार्यालय के समीप स्थित निजी क्लीनिक पहुंचा, जहां पर डाक्टर तेजा ने अपने यहां काम करने वाले मनोज कुमार विश्वास उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम रामनगर मंडला को रुपए देने के लिए, रामकुमार से लिए गए रुपए मनोज ने लेकर डाक्टर तेजा को जैसे ही दिए, लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा, निरीक्षक कमल सिंह उईके, आरक्षक दिनेश दुबे, अमित गावडे, शरद पांडे, विजय सिंह बिष्ट व राकेश कुमार विश्वकर्मा ने दबिश देकर रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त टीम को देखकर क्लीनिक के अंदर हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गई। लोकायुक्त टीम ने विधिवत कार्यवाही की।