नमस्कार माननीय मुख्यमंत्री जी, मैं कांग्रेस का एक छोटा सा कार्यकर्ता आपसे अपने दिल की बात शेयर करना चाहता हूं। मैं एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट हूं मेरे पिता एक किसान है जिन्होंने पैसे लगाकर मुझे पढ़ने के लिए इंदौर भेजा। वहां से मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की लेकिन जब मैं पास आउट हुआ तब इंजीनियरिंग की हालत बहुत खराब हो चुकी थी तो मैंने सरकारी नौकरी के लिए कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करने की ठानी और मैं लग गया दिन-रात पढ़ाई में।
इससे पहले मैं आपको बता दूं कि मेरे दादाजी के टाइम से ही हम कट्टर कांग्रेसी रहे हैं। मेरे पापा चुनाव में कांग्रेस का प्रचार करते हैं, लोगों से कांग्रेस के लिए वोट मांगते हैं, मैं अपने दोस्तों के बीच में जब बहस होती चुनाव को लेकर तो हमेशा कांग्रेस के लिए अपने दोस्तों से लड़ाई करता हूँ। फिर मैंने जब तैयारी की तो मेरा पटवारी 2017 का एग्जाम हुआ। उसमें मेरे 81 नंबर आए जो नॉर्मलाइजेशन में 79.88 हो गए जिसकी वजह से मैं मेरिट मै ना आके वेटिंग में पहुंच गया। अब 2 साल से मैं वेटिंग में हूं। पहले शिवराज सिंह जी की सरकार थी तो मैंने प्रार्थना की और व्रत रखा कि कांग्रेस की सरकार बन जाए क्योंकि कांग्रेस माननीय सिंधिया जी को अपना चेहरा बनाकर चुनाव लड़ रही थी जोकि उस समय मेरे जिले गुना के सांसद थे।
मैं उन्हीं के क्षेत्र में आता हूं तो मुझे लग रहा था कि युवा मुख्यमंत्री बनेंगे तो युवाओं के कार्य जल्दी पूर्ण करेंगे पर सिंधिया जी मुख्यमंत्री नहीं बने। उनकी जगह आप बन गए, तो भी हमें कोई दिक्कत नहीं थी क्योंकि मुख्यमंत्री हमारी कांग्रेस सरकार का ही था। हमें पूर्ण आशा थी कि हमारा कार्य माननीय मुख्यमंत्री जी जल्दी करेंगे। पहले मेरा क्षेत्र राधौगढ़ में आता था जो कि माननीय पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जी का क्षेत्र था। पर अब मेरा गांव गुना क्षेत्र में शामिल हो गया है।
मैं पिछले 2 साल से राजस्व विभाग के चक्कर लगा रहा हूं और कई बार राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जी से मिल चुका हूं और सैकड़ों बार राजस्व सचिव मनीष रस्तोगी जी से हम वेटिंग वाले अभ्यार्थी मिल चुके हैं। कईयों बार हम ग्वालियर राजस्व कार्यालय के चक्कर लगा चुके हैं धरना प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन हमारी कोई नहीं सुन रहा है।
राजस्व विभाग अब तक चार काउंसलिंग करवा चुका है और सिर्फ 100 पद भरे हैं जबकि एक हजार के लगभग जगह खाली हैं फिर भी विभाग हम वेटिंग वालों को नहीं ले रहा है। अब पांचवी काउंसलिंग 5 दिसंबर को रखी है विभाग ने और वेटिंग में से सिर्फ 20 लोगों को कॉल लेटर जारी किए हैं। बाकी सभी जगह जो पहले से पटवारी की नौकरी कर रहे हैं उनको ही बार बार बुलाया जा रहा है और उन्हें एक जिले से दूसरे जिले में ट्रांसफर करके काउंसलिंग को पूर्ण कर दिया जा रहा है।
अब मैं आपको मेरा दर्द बताता हूं। मैं अपने दोस्तों से हमेशा कांग्रेस के लिए लड़ता था आज मेरी हालत यह हो गई है कि मैं गांव में नहीं जा पा रहा हूं। अपने दोस्तों से बात नहीं कर पा रहा हूं। जिनसे मैं कहता था कि कांग्रेस की सरकार आने दो सब को जॉब मिलेगी। किसानो के हित में कार्य होगा। तो मैं आज गांव में जाकर अपने दोस्तों से नजर नहीं मिला पा रहा हूं। वह लोग हंस रहे हैं। मुझ पर बोल रहे हैं अब तो तुम्हारी सरकार है। तुम खुद की वेटिंग क्लियर नहीं करवा पा रहे हो। पांच काउंसलिंग हो गई हैं तुम्हारी वेटिंग क्लियर नहीं हो पा रही है। देखा तुम्हारी सरकार के चमत्कार ऐसी छलनी लगाती है कि काम का काम हो जाए और जॉब ना मिले।
मेरे पापा भी गांव में सर उठाकर नहीं चल पा रहे हैं। मुश्किल से गिने-चुने लोग ही मेरे गांव में कांग्रेस के सपोर्टर थे। अब आप बताइए हम किस मुंह से गांव में जाएं। किस मुंह से कांग्रेस के लिए वोट मांगेंगे। किस मुंह से लोगों से बहस करेंगे कि हमारी सरकार अच्छी है। माननीय मुख्यमंत्री जी आप इस विषय में संज्ञान लें और अधिकारियों को आदेश दें कि सारे खाली पद वेटिंग वालों से भरे जाएं एक ही बार में।
यह बार-बार का क्या लगा रखा है ऐसी काउंसलिंग आपने कहीं देखी है क्या विश्व की पहली काउंसलिंग हो रही है जिसमें पद नहीं भरे जा रहे हैं और काउंसलिंग पर काउंसलिंग हो रही है। हद हो गई है हम वेटिंग वाले किस मानसिक प्रताड़ना से गुजर रहे हैं इसका अंदाजा भी आप नहीं लगा सकते और मैं आपसे आशा करता हूं कि आप मेरे जैसे कांग्रेस कार्यकर्ता का धैर्य नहीं तोडेंगे और मुझे मजबूर नहीं करेंगे कि मैं कांग्रेस छोड़ दूं मेरे और मेरे परिवार की इज्जत आप आपके हाथ में हैं।
कुलदीप रघुवंशी जिला गुना
वेटिंग फॉर पटवारी, मध्यप्रदेश शासन