भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ सोमवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मिले। दोनों के बीच करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई। बताया जा रहा है कि इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया का मुद्दा भी सामने आया। याद दिला देंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों सीएम कमलनाथ से नाराज चल रहे हैं। दोनों के बीच तनाव इस कदर है कि वह लगातार मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ है।
संगठन पर चर्चा हुई लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के लिए नहीं: कमलनाथ
कमलनाथ ने सोनिया से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा, सोनिया गांधी ने राज्य सरकार के एक वर्ष के कामकाज को लेकर व वचनपत्र के निरंतर पूरे किए जा रहे वचनों को लेकर पूरी जानकारी ली। मैंने उन्हें इस संबंध में पूरी प्रगति रिपोर्ट सौंपी है। साथ ही, आगे प्रदेश के विकास को लेकर क्या-क्या योजनाएं हैं, इस संबंध में भी जानकारी दी। संगठन पर भी हमारी चर्चा हुई, मगर प्रदेश अध्यक्ष को लेकर उनसे कोई चर्चा नहीं हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अड़े हुए हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपने स्टैंड पर कायम है। इस बारे में उन्होंने हाईकमान के सामने अपनी इच्छा प्रकट कर दी है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ नहीं चाहते कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष का पद मिले। यही कारण है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष पद पर अभी मुख्यमंत्री कमलनाथ पदस्थ है।