जबलपुर। मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा माफिया के खिलाफ अभियान का ऐलान करने के बाद प्रशासन ने रणनीति तैयार कर ली है। जबलपुर में माफिया के खिलाफ अभियान का शुभारंभ भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रणीत वर्मा के अवैध रेस्टोरेंट को जमी दोष करके किया गया। भाजपा नेता के कुछ समर्थक कार्यवाही का विरोध करने भी पहुंचे लेकिन उनका विरोध काम नहीं आया।
ऑपरेशन क्लीन के तहत शनिवार को जबलपुर में प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के अधिकारी मैदान में उतरे और माफियाओं के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवाया। जबलपुर में सबसे पहली कार्रवाई रज्जाक नाम के व्यक्ति के गार्डन पर की गई। यहां नाले के ऊपर गार्डन बनाया गया था। दूसरी कार्रवाई 70MM नाम के रेस्टोरेंट पर की गई।
बड़े-बड़े भूमाफिया है जबलपुर में
बता दे के जबलपुर शहर में बड़े-बड़े भूमाफिया बैठे हैं। कुछ तो ऐसे हैं जिन्होंने सरकारी जमीनों पर न केवल कब्जा किया है बल्कि फर्जी रजिस्ट्री भी बनवा ली हैं। अतिक्रमण की बात करें तो लगभग आधा शहर अतिक्रमण में नजर आता है। ऑपरेशन क्लीन की शुरुआत तो हो गई है लेकिन यह कमिश्नर और कलेक्टर के लिए चुनौतीपूर्ण है कि ऑपरेशन क्लीन बिना भेदभाव के अपने अंजाम तक भी पहुंचे।