भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विधानसभा का शीतकालीन सत्र और भोपाल का इंटरनेट अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। विधानसभा में आज चौथे दिन विपक्ष के भारी हंगामे के बीच सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। आज शुक्रवार को पुराने भोपाल में धारा 144 लागू होने के बावजूद अत्यधिक मात्रा में भीड़ एकत्रित हो जाने के कारण भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और इंटरनेट बंद कर दिया गया। समाचार लिखे जाने तक एक भी तनावपूर्ण घटना नहीं हुई थी।
भाजपा के विधायकों ने नागरिकता संशोधन कानून के मध्य प्रदेश में प्रभाव पर चर्चा की मांग की
मध्य प्रदेश विधानसभा के शीत कालीन सत्र का चौथा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। बीजेपी सदस्य आज बेरोज़गारी के मुद्दे पर बिड़ला मंदिर से लेकर विधानसभा तक मार्च करते हुए पहुंचे। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी ने नागरिकता संशोधन कानून और उसे लेकर प्रदेश में उठ रही आवाज़ पर चर्चा की मांग की। बीजेपी विधायक नरोत्तम मिश्रा ने इस संबंध में दिए स्थगन पर चर्चा की मांग उठायी। उसके बाद बालाघाट जिले में सौभाग्य योजना के तहत हुए बिजली के कामों का मामला भी विधानसभा में गूंजा। इसका जवाब ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने दिया। उन्होंने सदन को बताया कि सौभाग्य योजना में घटिया काम होने और उपकरण खरीदी में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। सरकार पूरे मामले की जांच करा रही है। इसमें गलत तरीके से हुए भुगतान की भी जांच की जाएगी।
BOT सड़कों पर टोल वसूली का मामला विधानसभा में गूंजा
उसके बाद विधानसभा में BOT सड़कों पर टोल वसूली का मामला गूंजा। PWD मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सदन में ऐलान किया कि अब प्रदेश के टोल माफिया के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। जो लोग गलत तरीके से टोल टैक्स वसूली कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
अतिथि विद्वानों को नियमित करने का मामला विधानसभा में गूंजा
सदन में 15 दिन से भोपाल में धरना दे रहे अतिथि विद्वानों का मामला भी सदस्यों ने उठाया। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार को कांग्रेस के वचन पत्र की याद दिलायी। शून्यकाल में उठे इस मुद्दे का उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने जवाब दिया। उन्होंने सदन को बताया कि GAD सचिव की अध्यक्षता में समिति बना दी गयी है। जीतू पटवारी ने कहा, अतिथि शिक्षकों को नहीं हटाया जाएगा।
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान गौरी सिंह (IAS) के इस्तीफे पर हंगामा
विधान सभा की कार्यवाही के दौरान शून्यकाल में सदन में प्रदेश की सीनियर आईएएस अफसर ACS गौरी सिंह के इस्तीफे पर सदन में हंगामा हुआ। पक्ष विपक्ष के सदस्यों में जमकर नोंक-झोंक शुरू हो गयी। इस हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही जारी रही। ACS गौरी सिंह के मामले को लेकर विपक्षी सदस्य गर्भ गृह में पहुंच गए और फिर वॉक आउट कर गए। ACS गौरी सिंह के इस्तीफे पर विपक्ष के आरोपों का पंचायत मंत्री कमलेश्वर पटेल ने जवाब दिया। उन्होंने सदन में बयान दिया कि गौरी सिंह का इस्तीफा एक सामान्य प्रक्रिया है। विपक्ष के भारी हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गयी।