भोपाल। इससे पहले कि किसी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सरकार राम मंदिर मुद्दे का क्रेडिट लेकर वोट जुटा ले, मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार इसका फायदा उठाने का प्लान बना चुकी है। मध्य प्रदेश के सभी 378 शहरों में सरकार की तरफ से रामलीला का आयोजन कराया जाएगा। बताया जा रहा है कि जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा हो जाएगी।
मध्य प्रदेश के सभी 378 शहरों में रामलीला, भाजपा से राम के वोट छीनने की प्लानिंग
भगवान श्री राम के नाम पर भाजपा के वोट रोकने और अपने वोट बढ़ाने के लिए कमलनाथ सरकार ने नायाब नुस्खा खोज निकाला है। मध्यप्रदेश में कुल 378 शहर है। सरकार सभी शहरों में साल में एक बार रामलीला का आयोजन करेगी। इस दौरान मेले का भी आयोजन होगा। आयोजन का खर्चा प्रायोजकों और दुकानदारों से निकल आएगा। थोड़ा बहुत जो शेष रह जाएगा उसकी प्रतिपूर्ति सरकारी खजाने से कर दी जाएगी।
नगरीय निकाय मंत्री जयवर्धन सिंह ने दिया संकेत
दिग्विजय सिंह के पुत्र एवं कमलनाथ सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह इसके संकेत दिए हैं। मीडिया से बातचीत करते हुए जयवर्धन सिंह ने कहा कि उनकी हार्दिक इच्छा है कि मध्य प्रदेश के सभी शहरों, महानगरों, नगर पालिका एवं नगर पंचायत स्तर पर प्रतिवर्ष रामलीला का आयोजन किया जाए। इसके लिए सरकारी मदद भेजी जाएगी।