भोपाल। मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में मुख्यमंत्री कमलनाथ का विरोध शुरू हो गया है। कर्मचारी संगठन कमलनाथ के खिलाफ हड़ताल पर उतर गए हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम हेल्पलाइन में आई एक शिकायत को झूठी बताने के कारण जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक त्रिवेदी, ग्राम पंचायत सचिव एवं असिस्टेंट इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया था और ग्राम रोजगार सहायक की सेवाएं समाप्त कर दी गई थी।
मुख्यमंत्री ने CEO, इंजीनियर सहित तीन को सस्पेंड किया, एक की सेवाएं समाप्त
जानकारी अनुसार बड़वानी निवासी श्याम राठौर के माध्यम से 2018 में ग्राम पंचायत पाटी में चल रहे निर्माण कार्यों और कपिलधारा कुआं योजना में हो रही अनियमितताओं की शिकायत की थी। जनपद पंचायत के सीईओ अभिषेक त्रिवेदी ने इस शिकायत को झूठी बताते हुए क्लोज कर दिया था। शिकायत झूठी बताने पर पाटी जनपद पंचायत सीईओ को मंगलवार सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान निलंबित कर दिया। सीईओ के अलावा सहायक इंजीनियर एवं पंचायत सचिव को भी सस्पेंड कर दिया। इसके बाद ग्राम रोजगार सहायक की सेवाएं समाप्त कर दी।
सीईओ के समर्थन में कर्मचारी संगठनों की हड़ताल
उधर सीईओ के निलंबन को लेकर पाटी जनपद के अधिकारी-कर्मचारी भी कामबंद हड़ताल पर उतर गए हैं। कर्मचारी संघ ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए है। जनपद के लेखापाल संतोषकुमार भावसार, हरिशचंद्र बागुल, रवींद्र पटेल, महेंद्र कुमार धार्वे, भारत चौहान ने कलमबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की बात कही।
निराकरण के बिना शिकायत क्लोज नहीं कर सकते: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने शिकायतों के निराकरण के बगैर फाइल बंद करने पर नाराजगी जाहिर की और निराकरण होने तक फाइल बंद नहीं करने के निर्देश दिए। इसी तरह के मामले में पाटी जनपद के सीईओ को शिकायतकर्ता श्याम राठौर की शिकायत को झूठी बताने की रिपोर्ट देने पर तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए। इस प्रकरण में रोजगार सहायक की सेवा समाप्त की गई है और पंचायत सचिव व सहायक इंजीनियर को निलंबित किया गया है।