अनूपपुर। भारतीय जनता पार्टी ने अनूपपुर कोतवाली के एक प्रधान आरक्षक के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है, जिसने एक गरीब आदिवासी को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया था। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री रामलाल रौतेले के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से भेंटकर आवेदन दिया है। पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह में प्रधान आरक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं किया जाता है, तो भारतीय जनता पार्टी कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेगी।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को दिये गए आवेदन में कहा गया है कि ग्राम पसला निवासी आदिवासी किसान बिसाहूलाल सिंह गोंड का उसकी पत्नी से विवाद हो गया था, जिसके बाद पत्नी द्वारा अनूपपुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई गई थी। धारा 155 का प्रकरण होने के बावजूद कोतवाली के प्रधान आरक्षक श्याम शुक्ला ने बिसाहूलाल सिंह को जेल में बंद कराने की धमकी देकर 10 हजार रुपयों की मांग की। 11 दिसम्बर को प्रधान आरक्षक श्याम शुक्ला ग्राम पसला स्थित बिसाहूलाल सिंह के घर पहुंचा और रुपये न देने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी। गरीब आदिवासी बिसाहूलाल के पास उस समय धान बेचने से मिले 300 रुपये ही थे, जो उसने अपने बेटे शिवम के हाथों श्याम शुक्ला को भेज दिये। इस पर प्रधान आरक्षक श्याम शुक्ला ने बेटे शिवम का कॉलर पकड़कर उसे झंझोड़ दिया और बोला कि अपने बाप को बुलाओ नहीं, तो मैं तुम्हें ही बंद कर दूंगा। शिवम ने जब यह बात अपने पिता को बताई, तो परेशान और भयभीत होकर बिसाहूलाल सिंह ने घर के पीछे स्थित आम के पेड़ पर फांसी लगा ली।
पार्टी द्वारा दिये गए आवेदन में कहा गया है कि प्रधान आरक्षक श्याम शुक्ला के कदाचरण व धमकी के कारण गरीब आदिवासी बिसाहूलाल सिंह आत्महत्या के लिए मजबूर हुआ, इसलिए उक्त प्रधान आरक्षक के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के जिला अध्यक्ष श्री बृजेश गौतम, श्री अनिल कुमार गुप्ता, श्री रामदास पुरी, श्री सत्यनारायण सोनी, श्री मुकेश पटेल, श्री भूपेन्द्र सिंह सेंगर शामिल थे।