श्योपुर। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट व कमेंट करना अंततः तहसीलदार अमिता सिंह तोमर को भारी पड़ गया। कलेक्टर प्रतिभा पाल के अनुमोदन पर चंबल कमिश्नर रेनू तिवारी ने गुरुवार को अमिता सिंह को सस्पेंड कर भोपाल अटैच कर दिया।
गौरतलब है कि, तहसीलदार एवं निर्वाचन प्रभारी अमिता सिंह तोमर लगातार फेसबुक पर ऐसे-ऐसे कमेंट कर रहीं थीं, जिनसे लगातार विवाद खड़े हो रहे थे। करीब ढाई महीने पहले उन्होंने नायब तहसीलदारों को भ्रष्ट और मप्र की प्रशासनिक अकादमी को भ्रष्टाचार की ट्रेनिंग देने वाली संस्था बता दिया था। इसके बाद गुना जिले के एक विधायक के लिए भी आपत्तिजन कमेंट कर दिया था। ताजा विवाद कराहल में हुई जिला प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई और भोपाल के एक युवक की पोस्ट पर कमेंट करने पर खड़ा हुआ था। कराहल में हुई प्रशासन की कार्रवाई को अमिता सिंह ने गलत बताते हुए प्रभावितों को न्यायालय जाने की सलाह दी थी।
इससे पहले भोपाल के युवक की पोस्ट पर समुदाय विशेष के लिए आपत्तिजनक कमेंट कर दिया। इन दोनों मामलों में कलेक्टर प्रतिभा पाल ने 23 दिसंबर को कारण बताओ नोटिस जारी कर, 24 घण्टे में अमिता सिंह से जबाव मांगा था। 24 घण्टे से पहले ही तहसीलदार अमिता सिंह ने जबाव पेश कर दिया, लेकिन उनके जबाव से कलेक्टर संतुष्ट नहीं हुईं और कार्रवाई के लिए संभाग आयुक्त को प्रस्ताव भेज दिया। कलेक्टर के प्रस्ताव पर संभाग आयुक्त रेनू तिवारी ने अमिता सिंह को सस्पेंड कर दिया। अमिता सिंह को राजस्व आयुक्त कार्यालय भोपाल में अटैच कर दिया है।
नोटिस मिलते ही नैतागिरी का भूत उतर गया
कलेक्टर प्रतिभा पाल द्वारा मिले कारण बताओ नोटिस के बाद तहसीलदार अमिता सिंह ने फेसबुक से तौबा कर ली। उन्होंने नोटिसों का जबाव देने के बाद 24 दिसंबर की सुबह 11ः42 बजे फेसबुक पर अपने फोटो के साथ एक पोस्ट डाली, जिसमें लिखा कि 'शायद यह मेरी आखिरी पोस्ट है, कल का दिन किसने देखा है...' इसके बाद लोगों ने कारण पूछना शुरू किया तो कमेंट बॉक्स में लिखा कि, उनकी बातों का बतंगड़ बनाया जा रहा है। अर्थ का अनर्थ निकाला जा रहा है, इसलिए फेसबुक बंद।