भोपाल। प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। भोपाल में पारा लगातार दूसरे दिन भी 6 डिग्री से नीचे रहा। वहीं राज्य में उमरिया सबसे ठंडा रहा। यहां पर न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री तक पहुंच गया। उत्तर से आ रही बर्फीली हवा के कारण पूरा मध्य प्रदेश कड़ाके की ठंड की चपेट में है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में शीतलहर से लोग ठिठुरे हैं।
पचमढ़ी में तापमान 1.3 डिग्री
राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे दिन रात का तापमान 6 डिग्री से नीचे रहा। यहां पर पारा 5.9 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश में उमरिया जिला सबसे ठंडा रहा। यहां का तापमान 1.3 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ ही पचमढ़ी शनिवार की तरह की आज भी न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री रहा है। राज्य के 25 से ज्यादा जिलों और शहरों में पारा 6 डिग्री से नीचे रहा।
आगामी 48 घंटों में में क्या होगा
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि उत्तर से आ रही बर्फीली हवा और नमी के कम होने से मप्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आने वाले 48 घंटों में भी ऐसी ही सर्दी पड़ने के आसार हैं। प्रदेश के जिन इलाकों में तापमान 4 डिग्री से कम रहा बाहर सब्जियों एवं फसलों पर पाला पड़ गया है।
उमरिया में कड़ाके की ठंड, पारा 1.3 पर पहुंचा
उमरिया जिले में कड़ाके की ठंड और शीतलहर चलने के कारण न्यूनतम तापमान 1.3 पर पहुंच गया है। पारा के इस सीजन में सबसे न्यूनतम स्तर पर पहुंचे के चलते कार के शीशे और उसकी ऊपरी सतह के साथ फूल-पत्तियों एवं धान के पुआल मे ओस की सफेद परत जम गई। कुएं, तालाबों के आसपास सफेद चूना की परत जैसे बर्फ की चादर देखी जा रही है। इसके चलते आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। लोग घरों में अलाव व हीटर के समीप रहना ज्यादा पसंद कर रहे है।
भीषण ठंड से कांपा रायसेन, तापमान 2.5 डिग्री
कंपकंपा देने बाली ठंड ने रायसेन में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है तो वहीं लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने के उपाय कर रहे हैं। जहां रात का तापमान 2 डिग्री से 4 डिग्री के बीच में आ गया है। वहीं सुबह घना कोहरा है विजिबिलिटी भी घटकर 100 मीटर रह गई है। तापमान भी 6 डिग्री पर है। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव द्वारा जिले की सभी नगरीय निकायों को ठंड में अलाव जलाने की व्यवस्था की जाए लेकिन कलेक्टर के आदेश को रायसेन नगरपालिका ने दरकिनार कर दिया है। लोग ठंड से बचने के लिए टायर जलाकर हाथ सेंकते नजर आए। भीषण ठंड में एक राहगीर के चेहरे पर ओस जम गई।
क्यों पड़ती है दिसंबर अंत में कड़ाके की ठंड
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक एके शुक्ला के अनुसार दिसंबर के अंत में उत्तरी गोलार्ध में दिन सबसे छोटे होते हैं, इसलिए सूर्य की किरणें कम समय के लिए धरती तक पहुंचती हैं। इससे धरती को एनर्जी कम मिलती है। चूंकि वेस्टर्न डिस्टरबेंस भी उत्तरी गोलार्ध में रहता है, जब यह पूर्व की और चला जाता है तो उत्तरी भारत में बर्फबारी होने लगती है। इस सीजन में हमारे यहां हवा उत्तर से ही आती हैं, ये हवाएं अपने साथ बर्फ की शीतलता लेकर आती हैं। इसीलिए कड़ाके की ठंड पड़ती है।
घना और अति घना कोहरा किन जिलों में
सागर, रीवा, शहडोल, ग्वालियर और चंबल संभाग के जिलों में घना या अति घना कोहरा रहेगा।
शीतलहर और तीव्र शीतलहर इन जिलों में
सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद और भोपाल संभागों में कुछ जिलों में शीत लहर और कुछ स्थानों पर तीव्र शीतलहर चलेगी।
कोल्ड डे और सीवियर कोल्ड डे इन शहरों में
सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल और भोपाल संभाग के कुछ जिलों में कोल्ड डे तो कुछ शहरों में सीवियर कोल्ड डे रहने की संभावना है।
कहां-कितना रहा न्यूनतम तापमान
प्रदेश के जिलों और शहरों में रात का तापमान भोपाल में 5.9, जबलपुर 5.0, खजुराहो 3.6, सीधी 2.4, सतना 6.1, रीवा 4.8, शाजापुर 5.0, गुना 2.0, राजगढ़ में 6.0, उज्जैन 6.5, सागर 2.5, रायसेन 2.5, दमोह 5.5, होशंगाबाद 9.2, बैतूल 2.8, पचमढ़ी 1.2, इंदौर 8.2, टीकमगढ़ 5.0, खजुराहो 3.6, ग्वालियर 4.4, उमरिया 1.3, नरसिंहपुर 8.2, मलाजखंड 2.7 और सिवनी में 5.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।