जबलपुर। जबलपुर से खजुराहो के बीच चलने वाली स्पेशल ट्रेन 04189 बंद कर दी गई है। इस ट्रेन को 17 दिसंबर से इस रूट पर चलाया गया था, लेकिन ट्रेन को यात्री न मिलने की वजह से इसे बंद कर दिया गया है। दरअसल रेलवे ने इस ट्रेन को एक माह के लिए चलाया था और यह दावा किया था कि ट्रेन में यात्री मिलने के बाद इसकी समय सीमा और बढ़ा दी जाएगी, लेकिन एक माह के दौरान ट्रेन के एक भी फेरे को 100 से ज्यादा यात्री नहीं मिले। 17 जनवरी को ट्रेन का आखिरी फेरा खजुराहो के बाद रवाना किया गया। खास बात यह है कि ट्रेन को इस रूट पर शुरू करने के लिए रेलवे से लेकर राजनेताओं ने छह माह तक मशक्कत की थी, लेकिन ट्रेन सिर्फ एक माह ही चल सकी।
इलाहाबाद जोन के झांसी मंडल ने जबलपुर मंडल के सहयोग से खजुराहो स्पेशल को चलाया गया। खजुराहो से जबलपुर के बीच यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन चली, लेकिन ट्रेन के एक भी फेरे में 100 से ज्यादा यात्री सवार नहीं हुए। हालात यह रहे कि ट्रेन में कुल 900 से ज्यादा सीटें थी, लेकिन स्लीपर को छोड़कर एसी 3, एसी 2 और एसी 1 को यात्री ही नहीं मिले। दरअसल इसकी वजह ट्रेन में लगाया गया स्पेशल फेयर था। यात्रियों का कहना है कि रेलवे ने साधारण किराए में 15 फीसदी स्पेशल किराया लगा दिया, जो बस की तुलना में ज्यादा था। जबकि ट्रेन का रूट भी लंबा था।
17 जनवरी को ट्रेन का आखिरी फेरा रवाना हुआ था। अब यह ट्रेन नहीं चलेगी। ट्रेन में रिजर्वेशन बंद कर दिए गए हैं। रेलवे इस ट्रेन को अब नए रूट पर चलाएगी, जिसकी तलाश शुरू हो गई है। दरअसल ट्रेन बंद होने की दूसरी वजह, रूट और यात्री का अध्ययन न करना माना जा रहा है। रेलवे ने ट्रेन चलाने के लिए सभी तैयारी तो कई ली थी, लेकिन ट्रेन को यात्री मिलेंगे या नहीं, इसका अध्ययन नहीं किया। हालांकि ट्रेन को श्रीधाम और नैनपुर से खजुराहो तक चलाने का भी प्रस्ताव आया था, लेकिन राजनीतिक दबाव की वजह से इसकी स्वीकृति नहीं मिली।
स्पेशल ट्रेन के किराये का अंतर
स्लीपर 415 रुपए, थर्ड एसी 1110 रुपए, सेकंड एसी 1560 रुपए, फर्स्ट एसी- 2420 रुपए है। सफर का समय 10 घंटे।
बस का किरायाः
साधारण बस 240 रुपए, एसी बस 350 रुपए, वाल्वो बस 400 रुपए। सफर 5 से 6 घंटे।