भोपाल। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में नौकरी से निकाले गए एक अतिथि विद्वान के 2 वर्षीय मासूम बेटे की गरीबी के कारण मौत हो गई। उनका बेटा लंबे समय से बीमार था। पिछले 7 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला था। अतिथि विद्वान के कारण आयुष्मान कार्ड भी नहीं बना था। इलाज ना मिलने के कारण बच्चे की मौत हो गई।
खबर मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में स्थित पृथ्वीपुर शहर से आ रही है। पृथ्वीपुर शासकीय महाविद्यालय में राजकुमार अहिरवार जंतु विज्ञान विभाग में अतिथि विद्वान थे। उन्हें पिछले 7 महीने से वेतन नहीं दिया गया था। उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई थी। उनका पूरा परिवार बेहद आर्थिक तनाव में गुजर रहा है। इसी दौरान उनके बेटे की तबीयत खराब हो गई। आज सुबह लंबी बीमारी के बाद बच्चे की मौत हो गई।
ना आयुष्मान कार्ड बना, ना किसी ने LOAN दिया
एक दिहाड़ी मजदूर से भी ज्यादा गरीबी के बावजूद ना तो कोई सरकारी योजना उनके काम आ पाई और ना ही प्राइवेट लोन मिला। प्राइवेट लोन इसलिए नहीं मिला क्योंकि उनकी नौकरी नहीं थी और आयुष्मान कार्ड किस लिए नहीं बना क्योंकि वह अतिथि विद्वान थे।