इंदौर। मंडियों से निकलने वाले गीले कचरे से नगर निगम 2018 से बायो-सीएनजी बना रहा है। देवी अहिल्याबाई सब्जी मंडी में एक कंपनी के साथ निगम ने बायो-सीएनजी प्लांट लगाया है।
यहां 20 टन गीले कचरे से रोज 800 किलो गैस बनती है। कबीटखेड़ी में निगम के प्लांट में रोज 15 टन गीले कचरे से 600 किलो गैस बनती है। चोइथराम सब्जी मंडी स्थित बायो-सीएनजी स्टेशन से रोज आठ और कबीटखेड़ी गैस स्टेशन से छह सिटी बसें चल रही हैं। निगम को इन बसों में लगने वाला गैस का पैसा बचने लगा। वहीं, कुछ निजी बस, मैजिक, ऑटो वाले भी गैस रिफिल करवाते हैं। इस तरह साल में 25 लाख से ज्यादा की आय होने लगी है।
निगम गीले कचरे के लिए देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में 200 टन का प्लांट लगा रहा है। इसके लिए टेंडर हो चुका है। एक साल में 200 टन क्षमता का प्लांट शुरू हो जाएगा। इससे खाद के बजाय सीधे गैस बनने लगेगी। इसके अलावा एक और प्लांट की प्लानिंग चल रही है।