श्योपुर। कांग्रेस पदाधिकारियों ने गुरुवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर जिला शिक्षा अधिकारी वकील सिंह रावत पर नौकरी में जानकारी छिपाने, 420 का मामला दर्ज होने और भ्रष्टाचार करने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। साथ ही उनकी शिकायत मुख्यमंत्री कमलनाथ और प्रभारी मंत्री लाखन सिंह यादव से करने की बात भी कही है। इस मामले में कलेक्टर से भी शिकायत करते हुए उन्हें तत्काल निलंबित करने और उनके खिलाफ जांच बैठाए जाने की मांग की है।
कांग्रेस नेता राहुल सिंह चौहान, भीमसेन शर्मा, पूर्व नपाध्यक्ष ओम राठौर, शौकत उल्ला खान, प्रहलाद सेन आदि ने प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाते हुए बताया कि जिला शिक्षा अधिकारी वकील सिंह रावत वर्ष 1994-95 में गोहटा में निजी स्कूल के प्राचार्य के पद पर रहते हुए कृषि संकाय में बांके बिहारी शर्मा नामक युवक को खुद व अपने मित्र मातादीन पलिया के स्कूल से परीक्षा दिलवा दी। जिसमें उत्तीर्ण हुए बांके बिहारी शर्मा ने गोल्ड मेडल हासिल किया लेकिन यह परीक्षा बांके बिहारी शर्मा ने नहीं वरन किसी और ने दी।
इस मामले में वर्ष 1998 में वकील सिंह रावत, छात्र बांके बिहारी शर्मा, मातादीन पलिया के खिलाफ मुरैना जिले के सबलगढ़ थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हो गया। जिसका चालान 12 मार्च 2012 को कोर्ट में भी पेश किया गया है। जिसके बाद भी वे जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर आसीन बने हुए हैं। कांग्रेस के पदाधिकारियों ने कलेक्टर को शिकायत करते हुए उनके निलंबन की मांग की है।