भोपाल। रसोई गैस उपभोक्ताओं के साथ सरकार किसी बेईमान बनिए की तरह नजर आ रही है। पिछले 5 महीने में रसोई गैस के दाम ₹140 बढ़ा दिए गए जबकि इसके अनुपात में सब्सिडी नहीं बढ़ाई गई। चौंकाने वाली बात तो यह है कि उपभोक्ताओं को नियमित रूप से सब्सिडी प्रदान नहीं की जा रही है। शिकायतों का अंबार लगा हुआ है परंतु शिकायतों के निवारण के लिए कोई विंडो नहीं है। सीएम हेल्पलाइन में सब्सिडी संबंधी शिकायतों का अंबार लगा हुआ है।
रसोई गैस: दाम बढ़े लेकिन सब्सिडी नहीं बढ़ी
पिछले महीने घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 702.50 रुपए थे। इस सिलेंडर के दाम तो 19 रुपए बढ़े, लेकिन सबसिडी महज 179 रुपए ही आ रही है। जबकि पिछले महीने सबसिडी 165 रुपए आ रही थी। इस तरह सबसिडी महज 13 रुपए ही बढ़ी। यानी पांच रुपए सबसिडी के कट गए। ऐसा पहली बार नहीं, बल्कि हर महीने यह हो रहा है। गैस सिलेंडरों के दाम बढ़ते तो हैं, लेकिन उपभोक्ता को उस हिसाब से सबसिडी 4 से 5 रुपए कम मिलती है।
बैंक खातों में सब्सिडी नहीं आ रही, उपभोक्ता परेशान
इधर, सीएम हेल्पलाइन में गैस सिलेंडरों की सबसिडी दो महीने से नहीं मिलने की ढेरों शिकायतें लंबित हैं। यही हाल उज्जवला गैस की सबसिडी का भी है। इन शिकायतों से पता चलता है कि सबसिडी को लेकर जनता परेशान है। हालांकि शहर में सबसिडी छोड़ने वालों की संख्या महज 30 फीसदी है। वहीं 10% लोग दस्तावेज सही नहीं होने कारण सबसिडी नहीं ले पाते।
ऐसे बढ़े गैस सिलेंडरों के दाम
अगस्त--581
सितंबर--596
अक्टूबर--612.50
नवंबर--689
दिसंबर--702.50
जनवरी--721.50
इनका कहना है
गैस सिलेंडर के दाम और सब्सिडी की दरें भारत सरकार तय करती है। इसमें पेट्रोलियम कंपनी या फिर गैस एजेंसी का कोई हस्ताक्षेप नहीं है। सरकार के नियमों के अनुरूप ही गैस सिलेंडरों की बिक्री हो रही है। सबसिडी आने पर तत्काल उपभोक्ता को दे दी जाती है।
आरके गुप्ता, भोपाल गैस डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन