भोपाल: ठगी के नाम पर एक बड़ा मामला सामने आया है, सात राज्यों में किंग शॉपिंग सेंटर की डीलरशिप देने के नाम पर लाखों की ठगी कर चुके शातिर जालसाज को राज्य सायबर सेल ने गिरफ्तार किया है। एमपी नगर जोन-1 में ठगी का कॉल सेंटर दो महीने पहले ही शुरू किया गया था। पुलिस को देखकर इस गिरोह के तीन सदस्य फरार हो गए। ये ठगी शॉपिंग वेबसाइट से खरीदे गए सामान की डिलीवरी की डीलरशिप देने के नाम पर की जाती थी।
भोपाल पुलिस के इंस्पेक्टर सायबर चंद्रकांत पाटीदार ने बताया कि बैतूल निवासी योगेश श्रीवास्तव ने शिकायत की थी। एक विज्ञापन पर लिखे मोबाइल नंबर पर उन्होंने कॉल किया था। विज्ञापन में शॉपिंग वेबसाइट से खरीदे गए सामान की डिलीवरी की डीलरशिप देने का जिक्र था। इसके लिए रजिस्ट्रेशन और जीएसटी के नाम पर दो बार में 50 हजार रुपए एक बैंक खाते में जमा करवाए गए। लेकिन जब उन्हें डीलरशिप नहीं मिली तो वह भोपाल स्थित उस पते पर पहुंचे, जो जालसाजों ने बताया था।
एमपी नगर जोन-1 से चल रहा था फ़र्ज़ी काल सेंटर
भोपाल आकर योगेश को पता चला कि उक्त पते पर कोई नहीं रहता। योगेश द्वारा की गई शिकायत के बाद राज्य सायबर पुलिस ने तकनीकी जांच शुरू की। इस दौरान पता चला कि ठगी का ये कॉलसेंटर एमपी नगर जोन-1 से संचालित किया जा रहा था। यहां दबिश देकर पुलिस ने शिवांगन कॉलोनी, सलैया निवासी अभिषेक रॉय को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके साथी शुभम महेश्वरी, विशाल साहा और जय सिंह चंदेल फरार हो गए।
पहले इंदौर से चल रहा था ठगी का कॉल सेंटर, फर्जी केवाईसी से खुले खाते
पुलिस ने बताया कि ऐसे कॉल सेंटर महाराष्ट्र,छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और उत्तर प्रदेश में भी चलाए जा रहे हैं। इससे पहले वह इंदौर से ठगी का कॉल सेंटर संचालित कर रहे थे। आरोपियों ने बिग शॉपिंग स्टोर, शॉप इंडिया-24, शॉप इंडिया मार्ट, ग्रांड डिमांड, बेस्ट प्राइस डील, शॉप ऑन डील, शॉप डील इंडिया, इजी शॉप के नाम से वेबसाइट बनवा रखी थीं। इन्हीं वेबसाइट की डीलरशिप के नाम पर ये गड़बड़ी की जाती थी। आरोपियों ने अलग-अलग बैंकों में बिग शॉपिंग स्टोर के नाम से खाते खुलवा रखे हैं।