भोपाल। आरकेडीएफ कॉलेज से इंजीनियरिंग पास आउट स्टूडेंट ने दिल्ली के करोड़पति कारोबारी की बेटी को झूठे प्यार के जाल में फंसा लिया। इमोशनल ब्लैकमेल करते हुए युवक ने लड़की से करीब ₹3000000 ले लिए और फिर बात करना बंद कर दिया। प्यार में डूबी लड़की डिप्रेशन में चली गई। अंततः उसके पिता भोपाल आए और लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कराया। क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ट्रैप प्लान करके युवक को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार युवक का नाम अजय कुमार गालर बताया गया है।
खुद को डॉक्टर बताया, 7 साल तक प्यार जताया
भोपाल क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार अजय गालर ने फेसबुक पर दिल्ली निवासी लड़की को फ्रेन्ड रिक्वेस्ट जून 2012 में भेजी थी। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने पर अजय ने खुद को अनमैरिड और डॉक्टर बताया। उसने लड़की को बताया कि वो एम्स में नौकरी करता है। उसकी पोस्टिंग पहले दिल्ली, जयपुर में थी। वर्तमान में वो एम्स भोपाल में पोस्टेड है। अजय ने एफबी पर अपनी फोटो के स्थान पर दूसरे हेण्डसम लड़के की फोटो लगायी थी। धीरे-धीरे युवती से चेटिंग करके इमोशनल ब्लेकमेल किया तथा पारिवारिक परेशानी बताकर 2017 से 2019 के बीच करीब 30 लाख रूपए ले लिए।
वॉइस चेंजिंग ऐप से लड़की को भ्रमित किया
इस पूरे मामले में दिलचस्प पहलू यह है, कि लड़की द्वारा जब युवक के परिवारजन से फोन पर बात करने को कहा जाता था, तो अजय गालर द्वारा अपने मोबाइल पर वॉइस चेंजिग एप के माध्यम से युवती से स्वयं अपनी मां, बहन, भाभी तथा स्वयं के पिताजी की आवाज में स्वयं ही बात कर लेता था। अजय लड़की को यह भरोसा दिलाने में कामयाब हो गया था कि उसके परिवारवाले भी उसे पसंद करते हैं। इससे लड़की समझती रही कि आखिरकार भले ही देर हो अजय से उसकी शादी हो जाएगी।
डिप्रेशन के बाद काउंसलिंग के दौरान पूरी कहानी सामने आई
धीरे-धीरे आरोपी ने लड़की से 30 लाख रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद उसने लड़की से दूरी बना ली। जब आरोपी ने लड़की से दूरी बना ली तो वो डिप्रेशन में आ गई। परिवार द्वारा पूछताछ करने पर उसने अपने एफबी फ्रेंड की पूरी करतूत बता दी। युवती के पिता (दिल्ली में दो फैक्ट्रियों के मालिक) उसे साथ लेकर भोपाल आए तथा क्राइम ब्रांच में सूचना दी।
आरोपी महिला कल्याण के लिए एनजीओ चलाता है
योजना के तहत आरोपी को डीबी मॉल बुलाकर लड़की से बातचीत कराई गई। इसी दौरान क्राइम ब्रांच द्वारा आरोपी को गिऱफ्तार कर लिया। अजय ने आरकेडीएफ कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक एवं कम्युनिकेशन से बीई की है। आरोपी द्वारा महिला कल्याण से संबंधित एक एनजीओ भी संचालित किया जाता है।