भोपाल। बोट क्लब के पास बड़े तालाब के अंदर मंगलवार को नए वर्ष का आगाज जश्न-ए-भोपाल कार्यक्रम से हुआ। इसके चलते यहां देर रात तक आतिशबाजी और शोर-शराबा हुआ। इसका सबसे ज्यादा असर बुधवार को प्रवासी पक्षियों पर दिखाई दिया। दरअसल, बुधवार सुबह वन विहार की पक्षी वीथिका में प्रवासी पक्षी कम नजर आए।
बर्ड वाॅचर और पर्यावरणविदों के मुताबिक ऐसे आयोजन शहर के किसी और क्षेत्र में भी हो सकते हैं, जहां पशु पक्षियों पर इसका असर न पड़े। इस जश्न के कारण प्रवासी पक्षी उड़ गए। ऐसे में जिन पर पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी है उन्हाेंने ही नियमाें का उल्लंघन किया है। इसमें नगर निगम, पर्यटन विभाग और संस्कृति विभाग शामिल हैं। पर्यावरणविदों के मुताबिक बुधवार को वन विहार और बड़ी झील की जल सीमा पर इन दिनाें लेसर व्हिसलिंग टील्स, काॅमन टेल, सारस भी नहीं दिखाई दिए।
हमने कोई उल्लंघन नहीं किया
पर्यटन विकास निगम के पीआरओ विकास खरे ने बताया कि यह केवल पर्यटन विकास निगम का आयाेजन नहीं था। इसमें प्रशासन, नगर निगम, संस्कृति विभाग भी शामिल था। हमें नहीं लगता कि किसी ने नियमाें का उल्लंघन किया है।
यहां तो जिम्मेदार ही कर रहे हैं अनदेखी
बोट क्लब पर बुधवार दोपहर से शाम तक कई बार ट्रैफिक जाम के हालात बने। ट्रैफिक जाम मंगलवार शाम आयोजित हुए जश्न ए भोपाल कार्यक्रम के आयोजन में इस्तेमाल किए गए सामान को वापस ले जाने आए लोडिंग वाहनों के कारण हुआ।