भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के पुराने शहर में स्थित 150 साल पुराना मोती महल एक बार फिर लोगों की आवाजाही से गुलजार नजर आएगा। इसे भोपाल का एक शानदार कला केंद्र बनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश का पर्यटन निगम इसमें एग्जिबिशन हॉल और कल्चरल सेंटर डिवेलप कर रहा है। इसकी दीवारों को नए तरीके से रंगा जा रहा है।
भोपाल का मोती महल पिछले कई सालों से केवल पत्रकारों की रिपोर्टिंग में नजर आता था। यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या 0 हो गई थी। धीरे-धीरे मोती महल जर्जर होता जा रहा था लेकिन अब एक बार फिर मोती महल की शान वापस लौटती दिखाई दे रही है। पुरातत्व विभाग ने इसकी बाहरी दीवारों पर रंग रोगन शुरू कर दिया है। एक अनुमान है कि 2 माह में काम पूरा हो जाएगा और यह भवन नगर निगम के सुपुर्द कर दिया जाएगा। नगर निगम यहां एक कैफिटेरिया खोलने वाला है।
18 साल में बनकर तैयार हुआ था
मप्र पर्यटन निगम की एएमडी सोनिया मीणा ने बताया- हम चाहते हैं कि लोग यहां आएं और इसकी खूबसूरती और इसके महत्व को जानें। अभी टूरिस्ट्स सदर मंजिल, ताजुल मस्जिद, इकबाल मैदान होकर गुजर जाते हैं। मोती महल, सदर मंजिल के सामने है। इसका निर्माण भोपाल की तत्कालीन नवाब कुदसिया बेगम ने 1819-1837 में करवाया था।