स्मार्टफोन हम सभी के पास होता है। एक परिवार में जितने सदस्य होते हैं उतने ही स्मार्टफोन भी होते हैं। कई घरों में शाम के वक्त हर स्विच बोर्ड पर एक स्मार्ट फोन चार्ज हो रहा होता है। सवाल यह है कि स्मार्टफोन की बैटरी को फुल चार्ज करने में कितनी बिजली खर्च हो जाती है। पूरा परिवार स्मार्टफोन की बैटरी चार्ज करने में प्रति माह कितने पैसे की बिजली खर्च कर देता है।
सबसे पहले सरल शब्दों में समझिए
यदि स्मार्टफोन की बैटरी 4000 MAH है और उसका वोल्टेज 3.85 है (₹10000 से कम कीमत वाले ज्यादातर फोन में यही बैटरी होती है) और आपके यहां बिजली की कीमत ₹8 प्रति यूनिट है तो तो आपकी बैटरी फुल चार्ज होने में करीब ₹1.50 की बिजली खर्च करेगी। यानी 1 महीने में ₹45 की बिजली। यदि आपके परिवार में 5 स्मार्टफोन है तो केवल स्मार्टफोन की बैटरी रिचार्ज करने में प्रतिमाह आप ₹250 के आसपास खर्च करते हैं।
यदि आपकी बैटरी का कंफीग्रेशन 4000MAH और 3.85 वोल्टेज से अधिक है तो आप इसी अनुपात में अपना गुणांक बढ़ा सकते हैं।
यदि आपके यहां बिजली की कीमत ₹8 प्रति यूनिट से कम है तो आप इसी अनुपात में बैटरी चार्ज करने की कीमत का अनुमान लगा सकते हैं।
अब तकनीकी शब्दों में समझाइए
विद्युत अभियांत्रिकी में स्नातक धर्मेंद्र शाह बताते हैं कि 1 यूनिट बिजली का मतलब =1000 watt-hour होता है। यानि किसी 1000 वाट के उपकरण को 1 घंटे तक चलायेंगे तो 1 यूनिट बिजली खर्च होगा। उसी तरह अगर कोई उपकरण 500 वाट का है तो वो एक घंटे में 500 watt-hour यानि आधा यूनिट बिजली खर्च करेगा।
एक यूनिट बिजली की कीमत आपके और मेरे यहां अलग अलग हो सकता है, कैलकुलेशन के लिए हम यहां पर 4 रुपया लेंगे।
1. पहला स्टेप: बैटरी की watt-hour रेटिंग पता करना।
कोई भी उपकरण/बैटरी कितना बिजली ऊर्जा खपत या संग्रह कर सकता है उसे watt-hour में दर्शाया जाता है।
सो बैटरी कितना यूनिट बिजली संग्रह — यानि मेंन सॉकेट से बिजली खपत करेगी, इसके लिए हमें इसकी watt-hour रेटिंग पता करना पड़ेगा।
यह रेटिंग आपको बैटरी पर लिखा हुआ मिल जायेगा।
अगर आप बैटरी निकालकर यह रेटिंग नहीं पढ़ सकते तो आपके पास दूसरा रास्ता है:
समान्यत बैटरी का वॉल्ट्ज 3.85 के आसपास होता है, इसको अपनी बैटरी कैपेसिटी (Ah-एम्पेयर-ऑवर) के साथ गुणा कर दीजिये।
उदाहरण के लिए निचे की तस्वीर में 4000 mAh यानि 4 Ah की बैटरी है और उसका वोल्टेज 3.85 है सो:
watt-hour रेटिंग = 3.85 x 4 ≈ 15 watt-hour
2. दूसरा स्टेप: watt-hour को यूनिट में कन्वर्ट करना।
हमारी बैटरी 15 watt-hour की है।
चूँकि 1000 watt-hour = 1 यूनिट बिजली
तो, 15 watt-hour = 0.015 यूनिट बिजली
अब हमें पता चल गया की बैटरी चार्ज करने में 0.015 यूनिट बिजली कम से कम देना पड़ेगा।
अब 1 यूनिट का खर्च हमने 4 रुपया माना था तो 0.015 यूनिट का खर्च 0.060 रुपया यानि 6 पैसा होगा। यदि यूनिट की कीमत ₹8 है तो खर्चा 1.20 रुपए हो जाएगा।
लेकिन वास्तविक ऊर्जा खपत थोड़ा ज्यादा होगा क्योंकि:
चार्जिंग प्रोसेस में एडाप्टर के 5 वॉल्ट्ज को बैटरी को चार्ज करने से पहले 4.3 वाल्ट तक स्टेप डाउन किया जाता है जिसमे कुछ ऊर्जा खपत होती है।
चार्जिंग प्रोसेस में इंडीकेटर्स, सेफ्टी, सिस्टम भी कुछ ऊर्जा खपत करता है।
गर्मी के रूप में भी ऊर्जा बर्बाद होता है।
तो उन्हें भी ध्यान में रखना होगा।
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