ग्वालियर। पतंजलि के सामान में मिलावटखोरी की शिकायत पर प्रशासन की टीम ने बुधवार को मलगढ़ा पर ओमश्री शुभलाभ एग्रो और इसी परिसर में संचालित परमसुख ट्रेडिंग पर छापा मारा। उस वक्त कारखाने में सरसों के तेल के अलावा आटा, बेसन, मैदा सहित कई खाद्य पदार्थों की पैकिंग का काम चल रहा था।
डिप्टी कलेक्टर दीपशिखा भगत की अगुवाई में पहुंची टीम ने पहले ओमश्री शुभलाभ एग्रो में पैक हो रही खाद्य सामाग्री को खंगाला। यहां बड़े हॉल में आटा, बेसन और दलिया की पैकिंग चल रही थी। टीम ने कंटेनर्स में रखा सामान चेक किया। फर्म के मैनेजर राजसिंह भदौरिया से कहा कि कारखाने में जो कुछ सामान तैयार होता है वह दिखाओ। परिसर से सटे गोदाम में झांका तो वहां पतंजलि ब्रांड के फूड और नॉन फूड प्रोडक्ट भरे थे। सारा सामान एक्सपाइरी डेट का था। इनकी पैकिंग पर करीब दो साल पुरानी तारीख दर्ज थी। बरसों पुराना सामान गोदाम में क्यों रखा गया है। कारखाना स्टाफ सही वजह नहीं बता सका। उनकी दलील थी कि शहर और दिल्ली एनसीआर में स्मार्ट वाइफ के नाम से स्टोर संचालित करते हैं। पंतजलि से फर्म का टाइअप है।
शुभलाभ एग्रो के मैनेजर ने कहा, जो सामान एक्सपायरी है उसे गोदाम में रख दिया है। बाजार में नहीं भेजा जाएगा। उसे नष्ट करेंगे। लेकिन दो साल पुराना सामान अभी तक नष्ट क्यों नहीं किया कर्मचारी वजह नहीं बता पाए। इनके लिए नमूने ओमश्री शुभलाभ से स्मार्ट वाइफ के नाम से पैक हो रहे दलिया, बेसन, मैदा, अरहर दाल, काबुली चना और परमसुख ट्रेडिंग कंपनी से सरसों के तेल के नमूने लिए।
5 कट्टे दलिया, 9 कट्टे मसाले, 17 कट्टे पतंजलि कॉस्मेटिक आइटम, 50 लीटर फिनायल की बोतलों के 51 कार्टन, 1 लीटर वाली फिनायल की बोतलें, 20 बोरी लाल मिर्च मिली उसमें फफूंद लगी थी। फफंूद लगी मिर्च मिली, खरीदी का नहीं दिखा पाए कोई ब्यौरा कारखाने के दूसरे हिस्से में परमसुख ट्रेडिंग कंपनी के नाम से कारोबार संचालित था। यहां मैनेजर राजीव खत्री ने बताया दोनों फर्म गिर्राज बंसल की हैं। एक हिस्से में आटा, बेसन, दलिया, मैदा सहित खाद्य साम्रगी तैयार होती है दूसरी तरफ कच्ची घनी के नाम से सरसों का तेल बनता है। टीम ने सरसों के तेल के नमूने लिए। चैकिंग के बाद मैनेजर राजीव से अधिकारियों ने बिक्री और खरीदा का लेखा जोखा दिखाने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं बता पाए। टीम को यहां फफूंद लगी लाल मिर्च भी मिली।
नमूने परीक्षण को भेजे जाएंगे ओमश्री शुभ लाभ एग्रो मलगढ़ा पर संचालित हो रही है, जबकि यहां जो सामान पैक हो रहा था उसकी पैकिंग पर मालनपुर का पता दर्ज किया जा रहा था। इसी तरह परम सुख ट्रेडिंग कंपनी से कारोबार का ब्यौरा नहीं मिला। इसलिए दोनों फर्म को सील किया गया है। खाद्य सामग्री के जो नमूने लिए गए हैं उन्हें परीक्षण के लिए भेजा जाएगा। दीपशिखा भगत, डिप्टी कलेक्टर ग्वालियर