भोपाल। मध्यप्रदेश के मंडला कलेक्टर डॉ जगदीश चन्द्र जटिया सोशल मीडिया से निकलकर नेशनल मीडिया की सुर्खियों में आ गए। उनकी एक पोस्ट और एक प्रतिक्रिया इतनी विवादित हुई कि पहले उन्होंने अपनी पोस्ट डिलीट की और फिर पूरा फेसबुक अकाउंट ही रिमूव कर दिया। मामला CAA और फिल्म छपाक से जुड़ा हुआ है। जो सारे देश में विवाद की वजह बना हुआ है।
डॉक्टर जगदीश चंद्र जटिया IAS ने सबसे पहले फेसबुक पर छपाक का समर्थन किया
मंडला कलेक्टर डॉक्टर जगदीश चंद्र जटिया IAS ने फेसबुक पर लिखा कि मैं सीएए और एनआरसी की सपोर्ट नहीं करता हूं। इसके अलावा फिल्म छुपा के बारे में उन्होंने लिखा कि तुम चाहे जितनी घृणा करो, हम देखेंगे छपाक। छपाक के समर्थन में जगदीश जटिया ने आठ जनवरी को पोस्ट किया था। जिसमें छपाक के पोस्टर के साथ उन्होंने लिखा था कि तुम चाहे जितनी घृणा करो हम छपाक देखेंगे। इस पर लोग जब रिएक्ट कर रहे थे तो कलेक्टर उन्हें जवाब भी दे रहे थे।
कमेंट में विरोधियों को लगातार जवाब दे रहे थे डॉक्टर जगदीश चंद्र जटिया IAS
फेसबुक पर कलेक्टर ने एक यूजर के जवाब में लिखा कि मुझे अपने विवेक का इस्तेमाल करना आता है। मैं खुद सीएए और एनआरसी को सपोर्ट नहीं करता। मारापीटी भी टीवी पर देखी ही है। इसके साथ ही उन्होंने कई यूजर्स को यह लिखा कि तुम विरोध करते रहो। कलेक्टर यह सारी टिप्पणी आठ जनवरी को फेसबुक पर की गई पोस्ट पर आ रही प्रतिक्रियाओं का जवाब देते हुए कर रहे थे।
मीडिया ने सवाल जवाब किए तो चुप हो गए कलेक्टर डॉ जगदीश चन्द्र जटिया
8 जनवरी को मंडला कलेक्टर बड़ी वीरता के साथ सोशल मीडिया पर विरोधियों का जवाब दे रहे थे लेकिन जब पत्रकारों ने उनसे सवाल करना शुरू किया तो चुप हो गए। समाचार लिखे जाने तक इस बारे में उन्होंने एक भी आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी।
डॉ जगदीश चन्द्र जटिया पहले पोस्ट डिलीट की फिर फेसबुक अकाउंट ही रिमूव कर दिया
देखते ही देखते ही या विभाग डॉ जगदीश चंद्र जटिया का सबसे बड़ा सोशल इश्यू बन गया। जब उन्हें समझाया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहते हुए वह इस तरह से अभिव्यक्ति की आजादी का लाभ नहीं ले सकते तो उन्होंने सबसे पहले अपनी पोस्ट डिलीट कर दी लेकिन तब तक लोगों के पास उनकी पोस्ट के स्क्रीनशॉट पहुंच चुके थे। बात बढ़ती गई तो उन्होंने अपना फेसबुक अकाउंट ही रिमूव कर दिया।