इंदौर। यहां मल्हारगंज इलाके में शुक्रवार रात एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। शुक्रवार को ही उसकी बेटी का जन्मदिन था। परिजन का आरोप है कि युवक भारीभरकम बिजली बिल आने के कारण डिप्रेशन में था। दो दिन पहले बिजली कंपनी के कर्मचारी उसके घर की लाइट काटकर चले गए थे। उसने अधिकारियों से बिल कम करने और किश्त में रुपए लेने की गुहार लगाई थी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। बेटी के जन्मदिन पर घर में अंधेरा होने से वह व्यथित हो गया और कमरे में जाकर फांसी लगा ली। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
जांच अधिकारी एसके बामनिया ने बताया कि मृतक पंचमूर्ति नगर निवासी बबलू दुबे है। वह एक निजी कंपनी में काम करता था। उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 70 हजार से ज्यादा का बिजली बिल आने से उसके घर की लाइट कट गई थी। इसी बात को लेकर वह डिप्रेशन में था। बहन का आरोप है कि तीन से चार महीने में बिल 70 हजार के पार पहुंच गया। भाई कंपनी के अधिकारियों से मिलने गया तो उन्होंने बिना सुनवाई किए ही भगा दिया। उसने कहा कि बिल बहुत ज्यादा आ रहा है। इसे कम किया जाए, लेकिन उन्होंने कहा कि बिल तो भरना ही पड़ेगा। इसी बात से वह डिप्रेशन में था। दो दिन पहले घर की बिजली कट गई, जिससे वह काफी दुखी था। उसके दो बच्चे हैं, बेटी का शुक्रवार को जन्मदिन था। लाइट कट जाने से वह काफी रो रहा था। कह रहा था कि बेटी का जन्मदिन है और घर में अंधेरा हैं। मैं ऐसे नहीं जी सकता। मेरी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
बहन ने बताया कि शुक्रवार को भी वह बिजली कंपनी के अधिकारियों से मिलने गया था। वहां से शाम को घर लौटा और चुपचाप अपने कमरे में चला गया। बच्ची का जन्मदिन होने से हम सब तैयारियों में जुटे थे। रात में जन्मदिन मनाने के लिए भाई के कमरे में गए तो वह फंदे पर लटक रहा था। परिजनों की चीख सुन पड़ोसी मौके पर पहुंचे और तत्काल पुलिस को सूचना देते हुए उसे फंदे से नीचे उतारा, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया। पुलिस के अनुसार उन्हें किसी प्रकार का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। बबलू की मौत के चलते रहवासियों में बिजली कंपनी के खिलाफ जमकर आक्रोश है।