जालंधर। फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से भारतीय जीवन बीमा निगम से बीमा क्लेम वसूलने वाले लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। थाना सिटी मलोट पुलिस ने एलआईसी के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में तीन महिलाओं समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस को दी शिकायत में मलोट की पुडा कॉलोनी निवासी विनीत गर्ग पुत्र विनोद गर्ग ने बताया कि उसके चाचा तथा मलोट निवासी शिवचरन गर्ग की दिल्ली के एक अस्पताल में कैंसर की बीमारी के इलाज दौरान मृत्यु हो गई थी। अस्पताल की तरफ से जारी मृत्यु प्रमाण पत्र में मौत का कारण कैंसर दिया गया था। विनीत गर्ग के अनुसार मृतक शिवचरन गर्ग ने एलआईसी में दो पॉलिसियां करवाईं थीं। मगर मृतक की पत्नी मधु गर्ग, बेटा दिनेश गर्ग, दीपक गर्ग, बहु अमिता गर्ग के अलावा प्रेम नागपाल पुत्र नारायण दास निवासी मलोट, सुरिंदर गोयल पुत्र जंगीर लाल, विजय गोयल पत्नी सुरिंदर गोयल वासी बहादुर चंद कॉलोनी हांसी रोड करनाल (हरियाणा), लोकेश गर्ग पुत्र देसराज वासी रामपुरा ने सांठगांठ कर मृत्यु का असली प्रमाण पत्र छिपाते हुए जिला कंज्यूमर कोर्ट मुक्तसर तथा स्टेट कंज्यूमर कोर्ट चंडीगढ़ में गलत दस्तावेज पेश किए।
इन लोगों ने नगर काउंसिल मलोट से मृतक शिवचरन गर्ग का दोबारा आकस्मिक मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवा लिया। विनीत गर्ग के अनुसार पहले प्रमाण पत्र के आधार पर परिजनों को क्लेम नहीं मिल सकता था। मगर सभी ने नए प्रमाण पत्र में आकस्मिक मौत दिखाकर एलआईसी के साथ 14 लाख 12, 500 रुपये की ठगी की है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में आठों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। समाचार लिखे जाने तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया था।