भोपाल। भोपाल स्थित शाहजाहानी पार्क में प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में अध्यापनरत अतिथिविद्वानों के आंदोलन का आज 25वां दिन है, किन्तु इतने कष्ट सहने के बावजूद अतिथि विद्वान अपने मोर्चे पर डटे हुए है जबकि सरकार है कि उसका दिल नही पसीज रहा है।
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के मीडिया प्रभारी डॉ जेपीएस चौहान तथा डॉ आशीष पांडेय के अनुसार सरकार द्वारा अब तक लगभग 2700 अतिथिविद्वान साथियों को फालेन आउट करके नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। इससे पूरे अतिथिविद्वान समुदाय में घोर निराशा, असंतोष, आक्रोश तथा तनाव की स्थिति व्याप्त है। तनाव का आलम यह है कि कई साथी उच्च रक्तचाप व मानसिक व्याधियों से ग्रसित हो चुके है। इसी कारण से दो दिन पूर्व हमारी साथी डॉ समी खरे का असामयिक निधन हो गया। वे लगातार अपने साथियों के सेवा से बाहर होने से सदमे में थी, व अत्यधिक तनाव को वे बर्दाश्त नही कर सकी व ह्दयाघात का शिकार हो गई।
अतिथिविद्वानों ने कैंडल जलाकर दी अपने दिवंगत साथी को श्रद्धांजलि
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा में प्रांतीय प्रवक्ता डॉ मंसूर अली के अनुसार सारा अतिथिविद्वान समुदाय आपने परिवार के एक ज़िम्मेदार सदस्य के असामयिक निधन से अत्यधिक सदमे एवं निराशा की स्थिति में है। सभी अतिथिविद्वानो सरकार की इस बेरुखी व वादाखिलाफी से बेहद आक्रोशित हैं। इस बीच शाहजहानी पार्क भोपाल में अतिथिविद्वानों ने कैंडल जलाकर अपने साथी डॉ समी खरे की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। डॉ मंसूर अली ने आगे कहा कि हमारे साथियों की ये क़ुरबानी हम बेकार नही जाने देंगे। सरकार से हम नियमितीकरण लेकर रहेंगे, चाहे इसके लिए एक एक अतिथिविद्वान की कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। सरकार हमें वचनपत्र का लॉलीपॉप नही दे सकती।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष पहुँचे शाहजहांनी पार्क
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजकद्वय डॉ देवराज सिंह तथा डॉ सुरजीत भदौरिया ने बताया कि भोपाल जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मिश्रा अतिथिविद्वानों का हाल चाल जानने लगभग 1 माह बाद शाहजहांनी पार्क पहुचे। उन्होंने अतिथिविद्वानों की समस्याओं के बार मे जानकारी ली तथा ये विषय मुख्यमंत्री कमलनाथ व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिह से इस विषय मे बात करने की बात कही।