भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा माफिया के खिलाफ अभियान का ऐलान करने के बाद मध्य प्रदेश के 52 कलेक्टर ने इसका अपने अपने तरीके से अर्थ निकाल लिया। इंदौर में माफिया की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चला तो आधे मध्यप्रदेश में अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू हो गया। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने खुलेआम आरोप लगाया है कि एंटी माफिया मुहिम के तहत केवल भाजपा नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज इस इस संदर्भ में अपना बयान दिया और स्पष्ट किया कि एंटी माफिया मुहिम के तहत किस तरह की कार्रवाई की जानी है।
माफिया यदि कांग्रेस पार्टी से जुड़ा हो तब भी कार्रवाई करें
कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में माफियाओं पर कार्रवाई मेरे ही आदेश पर हो रही है। मैं सिर्फ माफियाओं पर कार्रवाई कर रहा हूं। किसी को टारगेट नहीं कर रहा हूं। वह माफिया किसी भी पार्टी से क्यों नहीं जुड़ा हुआ हो, उस पर कार्रवाई होगी। सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि अगर माफिया मेरी पार्टी से भी जुड़ा रहेगा तो मैं उसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। सभी को चिह्नीत कर कार्रवाई की जा रही है।
इस तरह के लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें
सीएम ने कहा कि माफिया का मतलब ब्लैकमेलर होता है। जो लोगों को ब्लैकमेल करे, उनसे वसूली करे। जैसे मध्यप्रदेश में मिलावटी दवाइयों का और ड्रग के माफिया है। ये लोग समाज का नुकसान करते हैं। मैंने अधिकारियों से कहा है कि वैसे लोगों पर कार्रवाई करें जिनमें माफिया कम्पोनेंट हो। जैसे किसी व्यक्ति ने लोगों से फ्लैट लेने के पैसे ले लिए और उन्हें फ्लैट नहीं दे रहा है। फ्लैट खरीदने वाले लोग उनके डर से कहीं शिकायत लेकर नहीं जा रहे हैं, वैसे लोगों पर कार्रवाई करनी है।