भोपाल। मध्यप्रदेश में भाजपा विधायक दल के नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को प्रदेश की समस्याओं से कोई वास्ता नहीं है। वो केवल अपनी विधानसभा की चिंता कर रहे हैं। यह बात उन्होंने खुद खुलेआम सबके सामने कही। उन्होने खुद बताया कि वो सीएम कमलनाथ से बोल आए हैं कि वो चाहें तो 229 विधानसभाओं के साथ कोई भी अन्याय करें, उन्हे फर्क नहीं पड़ेगा।
मामला भार्गव के निर्वाचन क्षेत्र रहली के एक हॉर्टीकल्चर कॉलेज का है। शिवराज सरकार में मंत्री रहते उन्होंने रहली के लिए हॉर्टीकल्चर कॉलेज मंज़ूर कराया था। अब गोपाल भार्गव का कहना है, सीएम कमलनाथ उद्यानिकी कॉलेज भी रहली से हटाकर छिंदवाड़ा ले जाना चाहते हैं। साल 2019 विदा और नया साल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सीएम कमलनाथ को खुली चुनौती दी है। खुले मंच से भार्गव ने कहा आप 229 विधान सभा क्षेत्रों से कुछ भी ले जाओ मुझे फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन अगर आपने रहली विधानसभा को टच भी किया तो आपकी सरकार एक दिन भी नहीं चलने दूंगा।
रहली में मेरे खून-पसीने की मेहनत
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा, मैंने सीएम से बातचीत कर निवेदन किया भी किया है कि बाकी विधान सभा क्षेत्रों में से चाहे जो ले जाओ। चाहो तो सब कुछ ले जाओ लेकिन रहली को छोड़ देना। रहली मेरे खून पसीने की मेहनत है। उसके विकास के लिए ही हॉर्टीकल्चर कॉलेज मंजूर कराया है। इसलिए मेरे इलाके में छेड़छाड़ स्वीकार नहीं होगी। भार्गव रहली में एक लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने आए थे।
ये कैसी सरकार
पहली बार नहीं है जब नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कांग्रेस सरकार को लेकर विवादित बयान दिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि ये सरकार कैसी है समझ नहीं आ रहा है। 9 महीने में तो शिशु भी जन्म ले लेता है लेकिन बीते 9 महीनों में सरकार ने 9 लोगों को भी नौकरी नहीं दी। अगर दी है तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। ना किसानों का कर्ज़ माफ किया औऱ ना ही बेरोजगारों को बेरोज़गारी भत्ता दिया।