भोपाल। गुजरात के बड़े अस्पतालों में 222 बच्चों की मौत की घटना सामने आने के बाद गुजरात के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित मध्य प्रदेश एवं राजस्थान के लोग अपने बच्चों का इलाज कराने के लिए गुजरात आते ही क्यों है। सोशल मीडिया पर नितिन पटेल के इस बयान की इसी वक्त सुना हो रही है। लोकसभा लकर रहे हैं कि क्या इस देश को पार्टियों के बीच बांट दिया गया है। क्या गैर भाजपा शासित राज्यों के लोग भाजपा शासित राज्यों में आवागमन नहीं कर सकते।
उपमुख्यमंत्री एवं गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल का कहना है कि कांग्रेस राज्य में खराब स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए आरोप लगा रही है तो कांग्रेस शासित राजस्थान व मध्यप्रदेश से क्यूं बच्चें गुजरात में इलाज के लिए आते हैं। स्वास्थ्य मंत्री के बयान को लेकर सोशल मीडिया में उनकी खासी आलोचना हो रही है। इससे पहले वे गुजरात सचिवालय में गैरगुजराती आईएएस वह आईपीएस की अधिक संख्या पर दिए बयान को लेकर भी चर्चा में रहे थे।
कोटा राजस्थान के जेके लान अस्पताल में 110 नवजात बच्चों की मौत व लाईब्रेरियन परीक्षा की पेपर लीक होने की घटना के बाद भाजपा प्रवक्ता भरत पंडया व पार्टी के मीडिया प्रभारी प्रशांत वाला ने कांग्रेस नेताओं को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इस्तीफा मांगने की नसीहत दी थी लेकिन राजकोट में 134 व अहमदाबाद के अस्पताल में 88 बच्चों की मौत से भाजपा बैकफुट पर आ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने सोमवार को राजकोट सिविल अस्पताल के बाहर धरणा देकर विरोध जताया।
गौरतलब है राजस्थान में कोटा शहर के सिविल अस्पताल में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के बाद व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही प्रदेश इस मामले को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप भी चरम पर है।