छतरपुर/टीकमगढ़। बुंदेलखंड अंचल के छतरपुर-टीकमगढ़ में गुरुवार रात हुई बारिश और ओलवृष्टि से खेत में खड़ी फसलों का काफी नुकसान पहुंचा है। टीकमगढ़ के बड़ागांव धसान में बर्बादी देख किसानों ने शुक्रवार सुबह सागर मार्ग पर ओले और फसलें डालकर चक्काजाम कर दिया। छतरपुर में बिजावर विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पिपट एवं पनागर में पान की फसल को नुकसान हुआ है।
टीकमगढ़ में 19 मिलीमीटर बारिश दर्ज
टीकमगढ़ में गुरुवार रात से सुबह तक करीब 19 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। सागर रोड स्थित समर्रा, अजनौर, सापौन, केनवार, बुड़ेरा, डूडा, बड़ागांव धसान क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई है। इससे किसानों की फसलें तबाह हो गईं।
किसानों के जाम से वाहनों की लंबी कतार लगी
समर्रा गांव के पास किसानों के जाम से वाहनों की लंबी कतार लग गईं। जब अधिकारियों ने खेतों में जाकर हालात देखने का आश्वासन दिया तब जाम खोला गया। ओलावृष्टि से गेहूं, चना, सरसों, मटर, आलू सहित सब्जी की फसलें खेतों में बिछ गईं।
छतरपुर में भी जिन खेतों में सरसों की फसल फूल पर आ गई थी, वहां टूटकर खेतोें में गिर गई, जबकि जिन किसानों ने देर से सरसों की फसल बोई थी उनकी फसलों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। यहां घुवारा, भगवां, बड़ामलहरा, बकस्वाहा, बिजावर, सटई, पिपट-पनागर क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।
इनका कहना है
कृषि विभाग के उपसंचालक और मैने स्वयं टीमों के साथ क्षेत्र का दौरा किया है। कई खेतों में फूल पर आई सरसों टूट गई है। प्रभावित क्षेत्रों का सतत भ्रमण किया जा रहा है।
डॉ. बीपी सूत्रकार, सहायक संचालक कृषि, छतरपुर