भोपाल। मध्यप्रदेश में डिग्री धारी इंजीनियर्स के खिलाफ डिप्लोमा इंजीनियर्स ने मोर्चा खोल दिया है। मामला प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा का है। डिप्लोमा इंजीनियर चाहते हैं कि इस परीक्षा में डिग्री धारी इंजीनियर्स को मौका नहीं दिया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने अपना प्रोटेस्ट प्लान तैयार कर दिया है। जनवरी में इंदौर में धरना प्रदर्शन किया जाएगा और 10 फरवरी से भोपाल में अनिश्चितकालीन धरना शुरू हो जाएगा।
शिवराज सरकार ने बीटेक-एमटेक डिग्री वालों को सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा के लिए पात्र घोषित किया था
पॉलिटेक्निकल छात्र संघ इससे पहले तकनीकी शिक्षा मंत्री बाला बच्चन और मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी ज्ञापन देगा। छात्रों की मांग है कि इस परीक्षा में सिर्फ डिप्लोमा वाले छात्रों को ही मौका मिले। डिग्री वाले छात्रों को अवसर न दिया जाए। 2013 में तत्कालीन शिवराज सरकार ने बीटेक-एमटेक डिग्री के छात्रों को भी परीक्षा के लिए पात्र घोषित कर दिया था। पॉलिटेक्निक छात्रों का आरोप है कि इस बदलाव से डिप्लोमा छात्रों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है। डिप्लोमा छात्रों को बहुत कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि अब आईआईटी के छात्र भी इसमें शामिल होते हैं।
कई राज्यों में सिर्फ डिप्लोमा इंजीनियर्स की भर्ती होती है
छात्र संघ का कहना है कि देश के सभी प्रमुख राज्यों में इस परीक्षा में सिर्फ डिप्लोमा इन सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल के छात्रों को मौका मिलता है, लेकिन मध्य प्रदेश में इन्हीं ब्रांच में डिग्री कोर्स के छात्रों को भी मौका दिया जा रहा है। डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन भी इस नियम के खिलाफ है। छात्र संघ के पीएन दुबे के अनुसार हम तकनीकी शिक्षा मंत्री से गुजारिश करेंगे। इसी साल जल्द होने वाली सब इंजीनियर एग्जाम में सिर्फ डिप्लोमा कोर्स के ही छात्रों को मौका दिया जाए। उम्मीद है कि सरकार नियम में फिर बदलाव करेगी, लेकिन अगर हमारी मांग नहीं सुनी जाती है तो भोपाल में अनिश्चित कालीन धरना फरवरी में होगा। इससे पहले इंदौर में जनवरी में भी धरना-प्रदर्शन होगा।