भोपाल। जब मध्यप्रदेश में उच्च शिक्षित अतिथिविद्वानों को अपना अस्तित्व बचाने संघर्ष करना पड़ रहा है तो गरीब सफाई कामगारों को कौन पूछने वाला है। हमने अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण का मुद्दा अपने मांगपत्र में भी शामिल किया है। यदि कमलनाथ सरकार ने अतिथिविद्वानों की मांगे नही मानी तो पूरे मध्यप्रदेश के सफाई कर्मचारी अतिथिविद्वानों के समर्थंन में हड़ताल करके सफाई व्यवस्था को ठप्प कर देंगे। कांग्रेस सरकार अपने स्वयं के बनाये वचनपत्र के प्रति ज़रा भी ज़िम्मेदार नही दिख रही है। यह उद्गार भारतीय सफाई कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मध्यप्रदेश सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व सदस्य अशोक वाल्मीकि ने शाहजहांनी पार्क भोपाल में चल रहे अतिथिविद्वानो के आंदोलन व धरना में कही।
विदित हो कि श्री वाल्मीकि अतिथिविद्वानों के नियामितिकरण की मांग को लेकर पिछले 34 दिनों से चल रहे आंदोलन में अपना समर्थं देने शाहजहांनी पार्क पहुँचे थे। अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ देवराज सिंह के अनुसार कमलनाथ सरकार की नीतियों से स्पष्ट है कि वे अतिथिविद्वानों के नियामितिकरण के प्रति गंभीर नही दिख रही है। जबकि कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने विधानसभा चुनावों के पूर्व अपने इंदौर प्रवास के दौरान अतिथिविद्वानों के विषय मे बोलते हुए इस व्यवस्था को अन्यायपूर्ण और शोषणकारी बताते हुए अतिथिविद्वानों के नियमितीकरण को कांग्रेस पार्टी के वचनपत्र में शामिल कराया था।
पंडाल में ही मनाया राष्ट्रीय युवा दिवस
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय प्रवक्ता डॉ मंसूर अली के अनुसार जहां पूरा देश प्रदेश आज राष्ट्रऋषि स्वामी विवेकानंद की जयंती मना रहा है। अतिथिविद्वान कड़ाके की ठंड में काँपते हुए उस महापुरुष स्वप्नद्रष्टा को स्मरण कर रहे थे, जिसने राष्ट्र की युवाशक्ति को एक नई सोच दी थी। कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी डॉ जेपीएस चौहान एवं डॉ आशीष पांडेय ने बताया कि सर्वप्रथम अतिथिविद्वानों ने शाहजहानी पार्क स्थित पंडाल में सूर्यनमस्कार का आयोजन किया गया। तत्पश्चात स्वामी विवेकानद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालने के उद्देश्य से एक लघु विचारगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। जिस्मव उपस्थित वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में डॉ राजनारायण शर्मा, अवधेश भदौरिया, डॉ गणेश पटेल, सत्यप्रकाश शुक्ला, फरहा नाज़ राधेश्याम मेवाड़ा, जे पी मेहरा सहित सैकड़ों अतिथिविद्वान शामिल हुए।
आंदोलन 34वें दिन भी जारी
अतिथिविद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के संयोजक डॉ सुरजीत भदौरिया के अनुसार अतिथिविद्वानों का आंदोलन लगातार 34वें सिन भी जारी रहा। इस दौरान हमें कई कठिनाइयां आई हैं, किन्तु अब तक हमने बिना रुके बिना डरे अपना आंदोलन पूर्णतः शांतिपूर्ण व गांधीवादी तरीके से चलाया है। हमने सरकार से अपने भविष्य को संरक्षित करने के उद्देश्य से उच्च शिक्षा मंत्री व उच्च अधिकारियों को कई प्रस्ताव शासन को प्रेषित किये है। अब हमें इंतज़ार है कि कितनी जल्दी शासन हमारी मांगों के बारे में निर्णय लेता है। कुछ भी हो लेकिन हमने दृढनिश्चय किया है कि नियमितीकरण होने तक हम अपना आंदोलन समाप्त नही करेंगे।