सिवनी मालवा। जहां एक और पूरे प्रदेश में गणतंत्र दिवस का समारोह उल्लास पूर्वक मनाया गया वही मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा विधानसभा में गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बने भाजपा विधायक प्रेम शंकर वर्मा घर पर बैठे अपमान का घूंट पी रहे थे, क्योंकि रातों रात उनका नाम काटकर जनपद अध्यक्ष का नाम लिखा और आमंत्रण पत्र वितरित कर दिए गए। कार्यक्रम में भाजपा विधायक का बुलाया तक नहीं गया।
गणतंत्र दिवस समारोह से ठीक पहले सिवनी मालवा में जनपद अध्यक्ष श्रीमती राधा सुधीर पटेल के नाम के आमंत्रण पत्र वितरित कर दिए गए। जबकि इससे पहले विधायक प्रेमशंकर वर्मा के नाम वाले कार्ड वितरित हो चुके थे। जब रातों रात गणतंत्र दिवस के मुख्य कार्यक्रम मैं मुख्य अतिथि का नाम बदलने की सूचना भाजपा विधायक को लगी तो उन्होंने इस अपमान का घूंट पीना ही उचित समझा। आयोजकों ने उन्हे एक विधायक के नाते भी आमंत्रित नहीं गया। जबकि शेष सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।
भाजपा विधायक का नाम हटाने को लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में भी काफी रोष की स्थिति बनी हुई है। भाजपा विधायक प्रेम शंकर वर्मा का कहना है कि जब भाजपा का शासन काल था और सिवनी मालवा में कांग्रेस के विधायक थे तब ध्वजारोहण स्थानीय विधायक के द्वारा किए जाने की परंपरा भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बरकरार रखी थी लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ एक चुने हुए जनप्रतिनिधि का नाम रातों-रात हटा दिया गया।
क्या ऐसा करके जनप्रतिनिधि अपमानित करने का प्रयास था जबकि विगत दिनों हुए एक आयोजन में कांग्रेस के पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी और भाजपा विधायक ने साथ मिलकर भूमि पूजन किया था बावजूद इसके गणतंत्र दिवस के मुख्य आयोजन में से विधायक का नाम हटाना क्षेत्र की राजनीति को आने वाले दिनों मैं गरमा सकता है।