भोपाल। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार अब शिक्षक तो बन गए लेकिन सरकारी स्कूलों में उन्हें नियुक्ति नहीं मिल पाएगी। MP TET VARG-1 और MP TET VARG-2 श्रेणी के 2.59 लाख शिक्षकों में से मात्र 20670 शिक्षकों को ही सरकारी स्कूलों में नियुक्तियां मिलेंगे शेष 2.39 लाख शिक्षक बेरोजगार रह जाएंगे। एक कठिन परीक्षा पास करने के बाद भी उन्हें कुछ हासिल नहीं होगा। सरकार की इस पॉलिसी से नाराज उम्मीदवारों ने एक नया संगठन बना लिया है और गुरुवार को भोपाल में प्रदर्शन किया।
मध्यप्रदेश में शिक्षकों के 70000 पद खाली, सरकार सिर्फ 20000 पर भर्ती करेगी
शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ ने शाहजहांनी पार्क में रिक्त पदों में वृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षक के लिए रिक्त पदों की संख्या पात्र अभ्यर्थियों की संख्या से काफी कम है, इससे लाखों अभ्यर्थी बेरोजगार रह जाएंगे। संघ ने आरोप लगाया कि भाषा, विज्ञान में बहुत कम पद दर्शाए गए हैं। इधर, प्रदेश में 70 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। 20 हजार 670 पद भरने के बाद भी करीब 50 हजार पद रिक्त रह जाएंगे।
पात्रता परीक्षा पास शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू
बता दें कि लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। 17 जनवरी से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। अब तक उच्च माध्यमिक के लिए 4,182 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है। माध्यमिक शिक्षक के लिए करीब 5 हजार से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं। पात्र अभ्यर्थियों ने पदों की संख्या बढ़ाने को लेकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षक रजिस्ट्रेशन एवं चॉइस फिलिंग की लास्ट डेट
उच्च माध्यमिक शिक्षक के लिए 2 फरवरी और माध्यमिक शिक्षक के लिए 7 फरवरी तक रजिस्ट्रेशन कराने के लिए समय सीमा तय है। इसके बाद दस्तावेज अपलोड व च्वॉइस फीलिंग की प्रक्रिया 25 मार्च तक होगी। जिला स्तर पर दस्तावेज सत्यापन के बाद विभाग अंतिम चयन सूची व प्रतिक्षा सूची जारी करेगा।
इनका कहना है
वर्तमान में विषयवार रिक्त पदों की सूची प्रदर्शित की गई है। अभी 20,670 पदों की सूची प्रदर्शित की गई है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी जारी है।
- गौतम सिंह, संचालक डीपीआई